इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबंग में 18 अगस्त से 2 सितम्बर तक होने वाले 18वें एशियाई खेलों में एक महीने का समय शेष रहते भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने कहा है कि इन खेलों में भारत का 800 से ज्यादा सदस्यीय दल हिस्सा लेगा। आईओए के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र ध्रुव बत्रा ने रविवार को यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में एशियाई खेलों के लिए मशाल रिले को रवाना किये जाने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इन खेलों में भारत का 525 खिलाड़ियों और 300 अधिकारियों को मिलाकर 825 सदस्यीय दल हिस्सा लेगा। भारत की तरफ से पिछले इंचियोन एशियाई खेलों में 515 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। बत्रा ने साथ ही कहा कि भारत की इन खेलों के लिए तैयारी बहुत अच्छी है और भारत का प्रदर्शन पहले से अच्छा रहेगा। भारत ने पिछले खेलों में 11 स्वर्ण, नौ रजत और 37 कांस्य सहित कुल 57 पदक जीते थे और वह तालिका में आठवें स्थान पर रहा था।
इस अवसर पर मौजूद इंडोनेशिया एशियाई खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष एरिक तोहिर ने बताया कि इन खेलों में कुल 16920 खिलाड़ी और अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं जिनमें से 11620 एथलीट हैं और यह संख्या ओलम्पिक से ज्यादा बड़ी है। संवाददाता सम्मेलन में आईओए के महासचिव राजीव मेहता और एशियाई ओलम्पिक परिषद के आजीवन उपाध्यक्ष वेई जीझांग और राजा रणधीर सिंह और मशाल रिले की एम्बेसेडर इंडोनेशिया की लीजेंड बैडमिंटन खिलाड़ी सूसी सुसांती मौजूद थीं।
आयोजन समिति के अध्यक्ष तोहिर ने कहा, “भारत और इंडोनेशिया के बीच काफी अच्छे सम्बन्ध हैं और ये सम्बन्ध अब से नहीं बल्कि ऐतिहासिक हैं। दिल्ली में 1951 में एशियाई खेलों की शुरुआत हुई थी, यही कारण है कि हमने मशाल रिले की शुरुआत भारत से की। हमें भारतीय दल की मेजबानी करने का बेताबी से इन्तजार है। बत्रा ने भी कहा कि आईओए को इस बात की बहुत ख़ुशी है कि 18वें एशियाई खेलों की मशाल रिले की शुरुआत मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से हो रही है जिसका ऐतिहासिक महत्त्व है क्योंकि पहले एशियाई खेलों का यहीं पर 1951 में आयोजन हुआ था।
साभार: ईएनसी टाईम्स