वीडियोकॉन के कर्ज मामले में ICICI बैंक की मैनजिंग डायरेक्टर और सीईओ चंदा की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। चंदा कोचर के खिलाफ अब ICICI बैंक ने स्वतंत्र रुप से आंतरिक रुप से जांच- पड़ताल करना शुरु कर दिया है।
30 मई को ICICI ने बताया कि बैंक की सीईओ चंदा कोचर के खिलाफ लगे आरोपों की स्वतंत्र जांच करने का फैसला लिया गया है। ICICI बैंक बोर्ड ने इस मामले में जांच समिति का गठन करने का निर्णय किया है, इस समिति की अध्यक्षता एक स्वतंत्र व्यक्ति करेगा। यह समिति इस बात की जांच करेगी की कर्ज देने के मामले में आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है या नहीं।
वहीं बैंक बोर्ड का कहना है कि उसकी ऑडिट समिति कार्रवाई को लेकर आगे फैसला करेगी। इसके साथ ही जांच समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति भी ऑडिट कमेटी ही करेगी। इसके अलावा यह कमेटी जांच समिति के मामले की पड़ताल के दौरान उसकी कानूनी और पेशेवर सहयोग को लेकर सहायता भी करेगी।
इससे पहले ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ICICI बैंक की सीईओ चंदा कोचर पर भरोसा डगमगाने लगा है, जिसके बाद माना जाने लगा था कि कोचर के खिलाफ कभी भी आंतरिक तौर पर जांच पड़ताल शुरू की जा सकती है।
आपको बता दें कि CBI चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी नूपॉवर रिन्यूएबल्स के निदेशक उमानाथ नायक से घंटों पूछताछ कर चुकी है। पिछले महीने ही मामले में सीईओ चंदा कोचर पर ICICI बैंक के बोर्ड ने पूरा भरोसा जताया था, लेकिन बाद में ब्लूमबर्ग ने दावा किया कि चंदा कोचर के मामले में ICICI बैंक के बोर्ड में कुछ मेंबर का कहना है कि कर्ज मामले में निष्पक्ष जांच तक बैंक की सीईओ चंदा कोचर को सीईओ पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।