प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पड़ोसी देश नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। प्रधानमंत्री 11 और 12 मई को नेपाल के दौरे पर रहेंगे। वहीं 12 मई को कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव हैं। मोदी की इस यात्रा को जहां भारत-नेपाल संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश के रुप में देखा जा रहा है। वहीं इसे मोदी के मिशन 2019 के साथ भी जोड़ा जा रहा है।
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और नेपाल पीएम केपी शर्मा ओली रामायण सर्किट की घोषणा करने के साथ जनकपुर से अयोध्या के लिए बस सेवा का भी शुभारंभ करेंगे।
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि जनकपुर से नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त रूप से रामायण सर्किट और जनकपुर-अयोध्या के बीच बस सेवा का शुभारंभ करेंगे।
पीएम मोदी जनकपुर के जानकी मंदिर जाएंगे, जहां वे आधे घंटे तक पूजा करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बता दें कि जनकपुर सीता का जन्मस्थान है। सीता मिथिला नरेश जनक की पुत्री थीं और ये स्थान अब नेपाल में है।
जानकी मंदिर नेपाल के जनकपुर के केन्द्र में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह हिन्दू देवी सीता को समर्पित है। मंदिर की बनावट में हिन्दू-राजपूत वास्तुकला देखने को मिलती है। कई लोग इसे नौलखा मंदिर भी कहते हैं। कुछ लोग इसे जनकपुरधाम भी कहते हैं। बताते हैं कि जानकी मन्दिर का निर्माण मध्य भारत के टीकमगढ़ की रानी वृषभानु कुमारी ने करवाया गया था
पीएम मोदी के दौरे को लेकर जनकपुर में जबर्दस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। करीब 11,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और मनांग के अन्नपूर्णा ट्रेकिंग रूट को सुरक्षा कारणों से तीन दिन के लिए बंद किया जाएगा।
आपको बता दें कि केंद्र की एनडीए और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार समृद्ध सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण पर ध्यान देते हुए रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट और बौद्ध सर्किट विकसित करने की योजना बना रही हैं।