लाख कोशिशों के बाद भी पद्मावत (पद्मावती) पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। अभी भी पद्मावत के रिलीज में प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। देश में इतने सारे मुद्दे होने के बावजूद भी पद्मावत पर अभी भी विवाद जारी है। फिल्म का नाम बदलकर पद्मावत करने के बाद भी इसका विरोध कम होने की संभावना नहीं है।
फिल्म की रिलीज डेट सबके सामने है और करणी सेना एक बार फिर चेतावनी दे रही है कि फिल्म जहां पर रिलीज होगी वहां के हॉल के मालिकों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। करणी सेना ने इस मामले पर विरोध और तेज करने का फैसला लेते हुए 25 जनवरी को फिल्म रिलीज न होने देने और अंजाम भुगतने की धमकी दी है।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बैठक के बाद संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राघव ने कहा कि फिल्म का नाम बदलने और सीन काट देने से अगर कोई ये सोचता हो कि समाज शांत हो जाएगा तो यह सबकी गलतफहमी है। उन्होंने कहा कि लठ का नाम फूल रख देने से लठ कभी फूल नहीं बन जाता। उसी प्रकार फिल्म का नाम बदलने से फिल्म के तथ्य नहीं बदल जाएंगे। यह फिल्म मनोरंजन के लिए बनाई गई है, लेकिन हिंदू समाज मनोरंजन के लिए नहीं है।
उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की है कि फिल्म पर बैन लगाया जाए और 25 जनवरी को हरियाणा के किसी भी सिनेमाघर में फिल्म रिलीज न होने दी जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक करणी सेना ने शांतिपूर्वक विरोध किया है, लेकिन अब भावनाएं आहत हुईं तो हम हथियार उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में जिला अध्यक्ष मनीष सिंह निर्वाण, जिला सचिव दीपू सोलंकी, विजय शर्मा, राजेश बिश्नोई व अन्य सदस्य मौजूद रहे।
फिल्म के नाम को बदलने को लेकर संजय लीला भंसाली ने बताया कि 3,6 और 9 उनके लकी नंबर हैं। पहले फिल्मस का नाम Padmavati था, इसे जोड़ने पर तीनों का कुल अंक 9 बनता है। सेंसर ने नाम पर आपत्ति दर्ज कर फिल्म का नाम Padmavat रखने का प्रस्ता व दिया गया, इस नाम को टोटल करें तो नंबर 8 आता है।
अंक ज्यो,तिषी के हिसाब से इस नाम से फिल्मआ के रिलीज होने पर यह असफल हो जाएगी। ऐसे में डायरेक्टयर संजय लीला भंसाली ने अपने लकी नंबर 9 को बनाए रखते हुए फिल्मज के नाम में एक्सटट्रा A जोड़ते हुए ‘Padmaavat’ कर दिया है। फिल्म के निर्माताओं ने फेसबुक पर फिल्म के वेरिफाइड अकाउंट का नाम बदलकर पद्मावत कर भी दिया है।