पोखरण फायरिंग रेंज में फील्ड ट्रायल के दौरान अमेरिका निर्मित हॉवित्जर तोप हादसे का शिकार हो गई है। भारतीय सेना को अमेरिका से मिली लंबी रेंज वाली अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोप का गोला फट गया। वहीं अब इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
बता दें कि थलसेना सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी जबकि यह हादसा 2 सितंबर को हुआ है। सूत्रों ने बताया कि अमेरिका में बनी इस तोप के बैरल में उस वक्त विस्फोट हो गया जब इसमें भारत में निर्मित गोला-बारूद भरकर दागा जा रहा था। बीएई सिस्टम्स की ओर से बनाए गए 155 एमएम, 39-कैलिबर के तोपों का क्षेत्र परीक्षण राजस्थान के पोखरण में किया जा रहा था। खबरों की माने तो तोप का बैरल क्षतिग्रस्त हो गया और इसमें कितना नुकसान हुआ, इसका पता संयुक्त जांच टीम लगा रही है। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
गौरतलब है कि बोफोर्स कांड सामने आने के करीब 30 साल बाद भारत को मई में 35-35 करोड़ रुपए में दो एम-777 यूएलएच मिले थे। यह घटना इन्हीं दो एम-777 यूएलएच में से एक में हुई है। पाकिस्तान से लगी सीमा पर रक्षा तैयारियों के लिहाज से सेना के लिए इन तोपों की अहमियत है। अमेरिकी कंपनी बीएई सिस्ट्म्स को इन तोपों बनाने का जिम्मा सौंपा गया। इसी महीने तीन और तोपों को लाने और 2019 से इन्हें शामिल करने का प्लान था।
वहीं बीएई सिस्टम्स के एक प्रवक्ता ने बताया कि एम 777 के फील्ड फायरिंग के दौरान इसमें दर्ज की गई खराबी से कंपनी अवगत है। उन्होंने कहा, हम घटना की जांच के लिए भारतीय सेना और अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि कंपनी जरूरी मदद मुहैया कराने के लिए तैयार है।