दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एमसीडी के चुनावो के चलते आए दिन विवादों में फंसे चले जा रहे है। अरविंद केजरीवाल बीजेपी और कांग्रेस पर तो निशाना साधते ही आ रहे हैं लेकिन इस बार उन्होंने कुछ अलग करके दिखाया है। बीजेपी और कांग्रेस को निशाने से हटाकर इस बार अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को ही अपना निशाना बना लिया जिससे केजरीवाल की मुश्किलें दुगनी हो गई।
अरविंद केजरीवाल ने 9 अप्रैल को कई राज्यों में हुए चुनावों में ईवीएम गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था। जिस पर चुनाव आयोग के कार्यों पर सवाल उठाते हुए अरविंद केजरीवाल ने आयोग की तुलना धृतराष्ट्र से की थी। केजरीवाल ने कहा था कि जैसे चुनाव आयोग धृतराष्ट्र हो गया है, जो अपने बेटे दुर्योधन को साम दाम दंड भेद करके सत्ता में पहुंचाना चाहता है। अरविंद केजरीवाल ने इस बयान में बीजेपी की तुलना दुर्योधन से की थी। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को निशाने पर लेते हुए होर्डिंग तक लगवा दिए थे। केजरीवाल की चुनाव आयोग पर की गई इस टिप्पणी ने उन्हें कानूनी झमेले में फंसा दिया है। इस बयान पर बीजेपी ने केजरीवाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया की इस मामले में पार्टी के साथ-साथ राज्य चुनाव आयोग में भी अलग से एक शिकायत दर्ज कराई गई है।
अरविंद केजरीवाल ने देश में हुए कई चुनावों में ईवीएम में गड़बड़ी की बात कही थी। साथ ही केजरीवाल ने दिल्ली में होने वाले एमसीडी के चुनावो को बैलेट पेपर पर कराने की भी मांग की थी। तब केजरीवाल ने कहा था कि हम जानते हैं कि ईवीएम में छेड़छाड़ कि गई है और उनके कोड बदले गए हैं। इसलिए केजरीवाल ने चुनाव आयोग से कहा था कि वह इस मामले में कोई जांच क्यो नहीं कर रहा है।