आज के डिजिटल दौर में छुट्टियों की प्लानिंग से लेकर बिज़नेस ट्रिप की तैयारी तक, लोग सबसे पहले ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग पोर्टल्स पर भरोसा करते हैं। फ्लाइट टिकट हो, होटल बुकिंग या फिर टूर पैकेज – सब कुछ एक क्लिक पर उपलब्ध है। लेकिन सवाल यह है कि इन पोर्टल्स पर दिखाई जाने वाली जानकारी कितनी भरोसेमंद होती है? हाल ही में हुए एक सर्वे ने इस पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
रिपोर्ट में सामने आया कि कई बार इन साइट्स पर दिखाई जाने वाली तस्वीरें और दी गई जानकारियां हकीकत से मेल नहीं खातीं। नतीजा यह निकलता है कि ट्रैवलर्स को यात्रा के दौरान उम्मीद से बिल्कुल अलग अनुभव करना पड़ता है।
तस्वीरें बनाम सच्चाई
ऑनलाइन पोर्टल्स पर होटल्स और रिसॉर्ट्स की तस्वीरें इतनी आकर्षक ढंग से पेश की जाती हैं कि लोग बिना सोचे-समझे बुकिंग कर लेते हैं। लेकिन असलियत में कई बार कमरे छोटे निकलते हैं या वादा की गई सुविधाएं अधूरी होती हैं।
लोकेशन का सच
होटल्स और रिसॉर्ट्स के विज्ञापनों में अक्सर ‘बीच से सिर्फ 500 मीटर दूर’ या ‘मुख्य आकर्षण के बेहद नजदीक’ जैसे दावे किए जाते हैं। लेकिन जब यात्री वहाँ पहुँचते हैं तो हकीकत कुछ और ही निकलती है—होटल असल में कई किलोमीटर दूर होता है। गलत लोकेशन की जानकारी न सिर्फ यात्रियों की उम्मीदें तोड़ती है बल्कि उनकी यात्रा का अनुभव भी खराब कर देती है।
ऑफर और डिस्काउंट
ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल्स पर दिखाए जाने वाले ऑफर्स और डिस्काउंट्स देखने में बेहद आकर्षक लगते हैं, लेकिन असलियत में इनमें कई तरह की शर्तें और नियम छिपे होते हैं। अक्सर इन शर्तों की जानकारी ग्राहकों को सही और स्पष्ट रूप से नहीं दी जाती, जिसके चलते बुकिंग के समय या यात्रा के दौरान अतिरिक्त खर्च और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
सर्वे की मुख्य बातें
- 60% यात्रियों ने माना कि होटल की सुविधाएं विज्ञापित दावों से अलग थीं।
- 40% लोगों को मिला “सी व्यू रूम” दरअसल पार्किंग लॉट का नज़ारा देता था।
- 30% यात्रियों ने शिकायत की कि अतिरिक्त शुल्क की जानकारी समय रहते साझा नहीं की गई।
- ये आंकड़े साफ करते हैं कि ट्रैवल पोर्टल्स पर आंख मूंदकर भरोसा करना कभी-कभी नुकसानदायक साबित हो सकता है।
यात्रियों के लिए ज़रूरी टिप्स
अगर आप भी ऑनलाइन पोर्टल से टिकट या होटल बुक करने जा रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- कस्टमर रिव्यू पढ़ें – वास्तविक यात्रियों के अनुभव सबसे भरोसेमंद होते हैं।
- ऑफिशियल वेबसाइट देखें – होटल या एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी मिलाएं।
- टर्म्स एंड कंडीशंस पढ़ें – डिस्काउंट या पैकेज ऑफर को अच्छी तरह समझें।
- लोकेशन गूगल मैप पर जांचें – होटल की दूरी और आसपास की सटीक जानकारी मिल जाएगी।
- कस्टमर केयर से संपर्क करें – किसी भी शंका की स्थिति में सीधा पोर्टल या होटल से बात करें।
ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग पोर्टल्स ने यात्राओं को आसान और तेज़ ज़रूर बना दिया है, लेकिन उन पर दी गई जानकारी हमेशा पूरी तरह सही हो, यह ज़रूरी नहीं। समझदारी यही है कि बुकिंग से पहले हर डिटेल की जांच-पड़ताल कर लें ताकि सफर के दौरान किसी तरह की निराशा न मिले।