चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा तेज कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कांग्रेस की ‘वोट अधिकार रैली’ आयोजित हुई, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता और सांसद राहुल गांधी ने मंच से चुनाव आयोग पर तीखे सवाल दागे।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत के संविधान की रक्षा कांग्रेस की सर्वोच्च जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल की आवाज संविधान में गूंजती है। इसके साथ ही बसवन्ना, नारायण गुरु और ज्योतिबा फुले के विचार भी इसमें बसे हैं।”
पिछले 10 साल की मतदाता सूची और वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन की जीत के बाद महज चार महीने में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत चौंकाने वाली है। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए मतदाताओं ने वोट डाला, जो संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा, “हमारे देश का संविधान हर नागरिक को मतदान का अधिकार देता है, लेकिन बीजेपी की विचारधारा इसके खिलाफ है। कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता संविधान की रक्षा करेगा।” उन्होंने चुनाव आयोग से पिछले 10 वर्षों की मतदाता सूचियां और वोटिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग तत्काल सार्वजनिक करने की मांग की।
कांग्रेस के दिग्गज नेता रैली में मौजूद
यह रैली बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में आयोजित हुई, जहां सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार, एआईसीसी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस रैली का थीम था — “हमारा वोट, हमारा अधिकार, हमारा संघर्ष” और इसका मकसद कथित ‘वोट चोरी’ का विरोध करना था।