अमेरिकी टैरिफ विवाद पर ब्राज़ील के राष्ट्रपति का ट्रंप को करारा जवाब: “मैं प्रधानमंत्री मोदी को कॉल करूंगा”

0
8
modi with brazil president
modi with brazil president

ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह प्रस्ताव ठुकरा दिया कि वह कभी भी उन्हें टैरिफ पर बातचीत के लिए कॉल कर सकते हैं। लूला ने कहा कि ब्राजील इसके बजाय विश्व व्यापार संगठन (WTO) सहित सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करेगा ताकि अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा की जा सके। हाल के दिनों में अमेरिका और ब्राज़ील के बीच तनाव बढ़ गया है, जब अमेरिका ने ब्राज़ील पर 50% टैरिफ लगाने का निर्णय लिया। ट्रंप का कहना है कि यह कदम पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ चल रही “राजनीतिक साज़िश” के जवाब में है। बोल्सोनारो पर 2022 के चुनाव हारने के बाद तख्तापलट की साजिश रचने का मुकदमा चल रहा है।

लूला ने टैरिफ लगाए जाने वाले दिन को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के इतिहास का “सबसे दुर्भाग्यपूर्ण” दिन बताया और कहा कि उनकी सरकार पहले से ही अन्य देशों — खासकर ब्रिक्स भागीदारों — के साथ विदेशी व्यापार को मज़बूत करने की दिशा में कदम उठा रही है। उन्होंने ब्रासीलिया में एक कार्यक्रम में कहा,”2025 में हम WTO से शुरुआत करते हुए हर संभव कदम उठाएंगे ताकि अपने हितों की रक्षा कर सकें… सच तो यह है कि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन से पहले ही हमारी सरकार घरेलू कंपनियों के लिए अंतरराष्ट्रीय अवसर बढ़ाने और व्यापार को मज़बूत करने की दिशा में काम कर रही थी।”

लूला ने कहा कि वह टैरिफ को लेकर ट्रंप को कॉल नहीं करेंगे क्योंकि अमेरिकी नेता “बात नहीं करना चाहते।” लेकिन उन्होंने जोड़ा, “मैं शी जिनपिंग को कॉल करूंगा, प्रधानमंत्री मोदी को कॉल करूंगा। पुतिन को नहीं करूंगा, क्योंकि वे अभी यात्रा नहीं कर सकते। लेकिन मैं कई नेताओं से बात करूंगा।”

भारत, रूस और चीन ब्रिक्स का हिस्सा हैं — एक ऐसा समूह जिसे अमेरिका डॉलर को कमजोर करने की कोशिश के रूप में देखता है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि ब्रिक्स नीतियों का समर्थन करने वाले देशों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। हालांकि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है, फिर भी लूला ने कहा कि वह ट्रंप को नवंबर में बेलेम, पारा में होने वाले COP30 जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में आमंत्रित करेंगे।

लूला ने कहा, “मैं ट्रंप को कॉल नहीं करूंगा क्योंकि वह बात नहीं करना चाहते… लेकिन मैं उन्हें COP30 के लिए आमंत्रित करूंगा और जलवायु मुद्दे पर उनकी राय जानना चाहूंगा। मैं उनके प्रति विनम्र रहूंगा।” उन्होंने आगे कहा, “अगर वह नहीं आते तो यह उनकी मर्ज़ी होगी — लेकिन ऐसा मेरे व्यवहार, सौजन्यता या लोकतांत्रिक मूल्यों की कमी के कारण नहीं होगा।”

लूला ने यह भी स्पष्ट किया कि ब्राज़ील अमेरिका के साथ टैरिफ पर बातचीत को तैयार है, लेकिन यह बातचीत “समान शर्तों” और “आपसी सम्मान” के साथ होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय संप्रभुता और निष्पक्ष व्यापार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

ट्रंप का प्रस्ताव
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला कभी भी उन्हें कॉल कर सकते हैं ताकि टैरिफ और दोनों देशों के बीच मतभेदों पर चर्चा की जा सके। उन्होंने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, “वह जब चाहें मुझसे बात कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें ब्राज़ीली जनता बहुत पसंद है, लेकिन “ब्राज़ील की सरकार ने गलत फैसले लिए हैं।”

बाद में ब्रासीलिया में ब्राज़ील के वित्त मंत्री फर्नांडो हद्दाद ने ट्रंप के बयान को “उत्कृष्ट” बताया और कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि लूला भी ऐसा ही सोचते हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति की कॉल को ज़रूर स्वीकार करेंगे।