शेयर बाजार में भारी गिरावट: सेंसेक्स 308 अंक टूटा, निफ्टी भी फिसला; निवेशकों को बड़ा नुकसान

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शेयर बाजार में भारी गिरावट
शेयर बाजार में भारी गिरावट

मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसका कारण डोनाल्ड ट्रम्प के भारत पर टैरिफ को लेकर दिए बयान को माना जा रहा है। कारोबार खत्म होने तक बीएसई सेंसेक्स 308.47 अंक लुढ़ककर 80,710.25 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 73.20 अंक गिरकर 24,649.55 के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान ऑटो सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। broader market में भी लगभग 0.8% तक की गिरावट रही। कारोबार के दौरान 1708 शेयरों में तेजी, 2184 शेयरों में गिरावट और 143 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

एक दिन में डूबे 2 लाख करोड़ रुपये

5 अगस्त को निवेशकों को जबरदस्त झटका लगा जब बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 450 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया, जो पिछले सत्र में 452 लाख करोड़ रुपये था। इसका मतलब है कि एक ही दिन में निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।

गिरने वाले प्रमुख शेयर

सेंसेक्स में शामिल अडानी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, बीईएल, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, आईटीसी और सन फार्मा जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट देखी गई। वहीं दूसरी ओर, टाइटन, मारुति, ट्रेंट, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, SBI, एलएंडटी, HCL टेक और एनटीपीसी के शेयरों में बढ़त दर्ज हुई।

रुपये में कमजोरी

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी जारी रही। मंगलवार को रुपया 16 पैसे टूटकर 87.82 (अनंतिम) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे रुपये पर दबाव बढ़ रहा है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 87.95 पर खुला और 87.75 का उच्च स्तर भी छुआ।

एशियाई और वैश्विक बाजारों की चाल


एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुझान देखने को मिला। दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंग सेंग और जापान का निक्केई 225 हरे निशान में बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में भी तेजी देखने को मिली। वहीं, अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए। इस बीच, ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 1.02% की गिरावट दर्ज की गई, और यह 68.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।