R. Praggnanandhaa defeats Magnus Carlsen : अमेरिका के लास वेगस में, भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा ने फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम 2025 में इतिहास रचते हुए विश्व नंबर-1 मैग्नस कार्लसन को चौथे राउंड में महज़ 39 चालों में हराकर सभी को चौंका दिया है। यह प्रज्ञानंदा के करियर की सबसे बड़ी और निर्णायक जीतों में से एक मानी जा रही है। इस जीत के साथ वे आठ खिलाड़ियों वाले व्हाइट ग्रुप में 4.5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से टॉप पर पहुंच गए हैं।
तीनों फॉर्मेट में कार्लसन को हराया
चौंकाने वाली बात यह है कि प्रज्ञानंदा ने इस टूर्नामेंट में क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज — तीनों फॉर्मेट में मैग्नस कार्लसन को शिकस्त दी है। फ्रीस्टाइल फॉर्मेट के इस मुकाबले में उन्होंने 10 मिनट और 10 सेकंड के इंक्रीमेंट टाइम कंट्रोल में खेलते हुए मुकाबले पर लगभग पूरे समय नियंत्रण बनाए रखा।
मैच की सटीकता में भी प्रज्ञानंदा कार्लसन से काफी आगे रहे। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने 93 फीसदी से अधिक की शानदार सटीकता दर्ज की, जबकि कार्लसन की सटीकता लगभग 85 फीसदी रही, जो उनके स्तर के खिलाड़ी के लिए कम मानी जाती है।
पहले से दिखा चुके हैं लय
इस टूर्नामेंट में प्रज्ञानंदा की शुरुआत नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव के खिलाफ ड्रा से हुई थी, जबकि दूसरे राउंड में उन्होंने असाउबायेवा को हराया। तीसरे राउंड में उन्होंने काले मोहरों से कीमर को हराकर लय बरकरार रखी थी। अब चौथे राउंड में कार्लसन पर जीत दर्ज कर उन्होंने टॉप स्थान के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है।
लगातार भारतीय चुनौती से जूझ रहे हैं कार्लसन
मैग्नस कार्लसन के लिए यह हार बेहद चौंकाने वाली रही है। इससे पहले विश्व चैंपियन डी गुकेश भी उन्हें 2 बार हराकर सुर्खियों में आ चुके हैं। अब प्रज्ञानंदा की जीत ने कार्लसन के खिलाफ भारतीय खिलाड़ियों की बढ़ती चुनौती को और मजबूत किया है।
“फ्रीस्टाइल पसंद है”: प्रज्ञानंदा
मैच के बाद अपनी प्रतिक्रिया में प्रज्ञानंदा ने कहा, “मुझे क्लासिकल से ज्यादा फ्रीस्टाइल चेस में खेलना पसंद है, यहां रचनात्मकता और रणनीति का ज्यादा स्कोप मिलता है।” उनकी यह बयानबाज़ी न केवल आत्मविश्वास को दर्शाती है बल्कि यह भी संकेत देती है कि वे आने वाले समय में इस फॉर्मेट में और बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।