अगर आप हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन से जूझ रहे हैं और सोचते हैं कि ब्लड प्रेशर सिर्फ डॉक्टर के पास जाकर चेक कराना पर्याप्त है, तो आपको अपनी सोच पर दोबारा विचार करने की जरूरत है। घर पर नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करना न केवल आपकी स्थिति पर बेहतर नियंत्रण देता है, बल्कि इससे अचानक होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं से भी बचा जा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर: खामोश खतरा
हाइपरटेंशन एक ऐसी अवस्था है जो अक्सर बिना किसी लक्षण के शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। इसी वजह से इसे “साइलेंट किलर” कहा जाता है। यह समय रहते इलाज न मिलने पर हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी की समस्याओं का कारण बन सकता है।
घरेलू निगरानी क्यों है जरूरी?
कई लोग डॉक्टर के सामने ब्लड प्रेशर चेक कराते वक्त तनाव के कारण उच्च रीडिंग दर्ज कराते हैं, जिसे “व्हाइट कोट हाइपरटेंशन” कहा जाता है। इससे उनकी वास्तविक स्थिति का आकलन कठिन हो जाता है। वहीं घर पर शांत वातावरण में BP मापना अधिक सटीक परिणाम देता है और दवाओं के असर का आकलन भी बेहतर होता है।
दिन में कितनी बार BP मापना चाहिए?
यदि आपने हाल ही में हाई ब्लड प्रेशर की दवा शुरू की है या BP अनियमित है, तो डॉक्टर आमतौर पर दिन में एक या दो बार मापने की सलाह देते हैं। जब स्थिति नियंत्रित हो जाए, तो हफ्ते में दो बार मापना पर्याप्त होता है।
सही समय और तरीका
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हर दिन एक ही समय पर BP चेक करना चाहिए — जैसे सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले। इससे तुलना करना आसान होता है और रीडिंग्स ज्यादा विश्वसनीय होती हैं।
मापने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें:
- BP चेक करने से करीब 5 मिनट पहले शांति से बैठें
- पीठ को कुर्सी से सहारा दें और दोनों पैर ज़मीन पर सीधे रखें
- मापने से 30 मिनट पहले कैफीन, धूम्रपान या व्यायाम न करें
- घर पर ब्लड प्रेशर की निगरानी सेहत को लेकर आपकी सजगता को दर्शाता है। हालांकि किसी भी तरह के उपचार या बदलाव से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां विभिन्न स्वास्थ्य रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। कृपया कोई भी निर्णय लेने से पहले चिकित्सकीय सलाह जरूर लें।