“भारत शांति की अहमियत जानता है, लेकिन चुनौती मिलने पर जवाब देना भी बखूबी आता है” – गौतम अडानी का सीधा संदेश मिडिल ईस्ट संकट पर

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गौतम अडानी का सीधा संदेश मिडिल ईस्ट संकट पर
गौतम अडानी का सीधा संदेश मिडिल ईस्ट संकट पर

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मंगलवार को शेयरधारकों के साथ हुई वार्षिक आम बैठक (AGM) में मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव, भारत की स्थिति और वैश्विक परिदृश्य पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत शांति की अहमियत समझता है, लेकिन जब चुनौती सामने आती है तो उसका मुंहतोड़ जवाब देना भी जानता है।

उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को देश की दृढ़ता का प्रतीक बताते हुए उसकी सराहना की। साथ ही, अहमदाबाद एयर इंडिया हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना प्रकट की और कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है।

एक बदली हुई दुनिया

गौतम अडानी ने कहा कि बीते एक वर्ष में विश्व राजनीतिक और आर्थिक समीकरण पूरी तरह बदल चुके हैं। उन्होंने बताया कि 60 से अधिक देशों में चुनाव हुए, सीमाएं खिंचीं, दोस्ती की कसौटी हुई और अर्थव्यवस्थाएं डगमगाई। उन्होंने खासतौर पर मिडिल ईस्ट में छाए तनाव और ऊर्जा संकट की ओर इशारा किया।

यूरोप की अर्थव्यवस्था दबाव में है, अमेरिका अपनी आंतरिक चुनौतियों से जूझ रहा है, लेकिन इसके बीच भारत मजबूती से खड़ा है और तेज गति से आगे बढ़ रहा है।

भारत की सफलता सिर्फ संयोग नहीं

उन्होंने देश की तरक्की को दूरदर्शी नीतियों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाएं और उनका प्रभावी क्रियान्वयन है, जिसने देश में ऐतिहासिक बदलाव की नींव रखी। अडानी ने प्रेरणादायक अंदाज में कहा, “लहरों से डरकर कभी नाव पार नहीं होती और जो हिम्मत करता है वही जीतता है।” उन्होंने इसे देश की मौजूदा आर्थिक गति से जोड़ा।

अडानी ग्रुप चुनौतियों में भी डटा रहा

गौतम अडानी ने अपने जीवन की प्रेरणा अपनी मां को बताते हुए कहा कि इतिहास हमेशा संघर्ष करने वालों को याद रखता है। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप ने भी तमाम मुश्किलों और जांचों के बीच पीछे हटने के बजाय और अधिक मजबूती से अपने नेतृत्व को साबित किया।

अमेरिकी जांच और सच की जीत

उन्होंने बताया कि बीते वर्ष अमेरिकी न्याय विभाग और SEC द्वारा अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़े कुछ मामलों की जांच की गई थी। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो किसी अडानी कर्मचारी पर FCPA उल्लंघन का आरोप लगा और न ही किसी साजिश के साक्ष्य मिले। गौतम अडानी ने कहा, “आज हम ऐसे दौर में हैं, जहां नकारात्मक बातें सच्चाई से तेज गूंजती हैं, लेकिन हमने हमेशा कानून का पालन किया और पूरी तरह से सहयोग किया है।”