Pahalgam Attack के बाद भारत का पलटवार तय? जानिए बाजार क्या संकेत दे रहा है?

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जानिए बाजार क्या संकेत दे रहा है?
जानिए बाजार क्या संकेत दे रहा है?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में सरकार द्वारा उठाए गए कड़े कदमों और संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान के शेयर बाजार में घबराहट देखी जा रही है, और भारतीय शेयर बाजार भी फिलहाल दबाव में नजर आ रहा है। इस बीच निवेशक जानना चाह रहे हैं कि अगर भारत सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कोई बड़ा कदम उठाता है, तो इसका असर बाजार पर कैसा पड़ेगा?

बाजार में भारी गिरावट की संभावना नहीं

वित्तीय विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे किसी बड़े कदम की स्थिति में शेयर बाजार में अस्थिरता जरूर आ सकती है, लेकिन कोई भारी गिरावट आने की आशंका कम है। यदि स्थिति युद्ध जैसी नहीं बनती, तो यह असर केवल अल्पकालिक रहेगा। लंबी अवधि में बाजार पर इसका गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेगा। विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार ने पहले भी कई संकटों को सफलतापूर्वक झेला है और उससे उबरने की मजबूत क्षमता रखता है।

पिछले घटनाक्रम क्या बताते हैं?

  • पिछली जवाबी कार्रवाइयों पर नजर डालें तो आंकड़े साफ संकेत देते हैं कि इन घटनाओं का असर बाजार पर सिर्फ कुछ समय के लिए रहता है।
  • 26 फरवरी 2019, बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद सेंसेक्स में 239 अंकों और निफ्टी में 44 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अगले दिन बाजार संभल गया।
  • 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सेंसेक्स 400 अंक और निफ्टी 156 अंक गिरा था, लेकिन यह गिरावट लंबे समय तक नहीं रही।
  • पुलवामा अटैक (14 फरवरी 2019) के बाद बाजार में केवल 0.2% की हल्की गिरावट देखी गई थी।
  • इन सभी उदाहरणों से साफ है कि जब तक स्थिति युद्ध की ओर नहीं जाती, तब तक बाजार इन झटकों से जल्दी उबर जाता है।

पाकिस्तान को अधिक नुकसान की आशंका

जानकारों के मुताबिक, भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत है और बाजार को ऐसे तनावपूर्ण समय में भी स्थिर बनाए रखने की क्षमता है। दूसरी ओर, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही कमजोर है। ऐसे में यदि भारत की ओर से कोई बड़ा सैन्य कदम उठाया जाता है, तो इसका असर कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE-100) पर जबरदस्त हो सकता है। फिलहाल पाकिस्तानी बाजार अनिश्चितता और डर की स्थिति में है।