शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का बड़ा दावा, डिप्टी CM एकनाथ शिंदे को लेकर किया अहम खुलासा

0
2
संजय राउत का चौकाने वाला बयान
संजय राउत का चौकाने वाला बयान

महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा बयान सामने आया है। शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कभी कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे। राउत का यह बयान कांग्रेस नेता नाना पटोले द्वारा दिए गए एक बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने शिंदे और अजित पवार को महाविकास अघाड़ी में शामिल होने का न्योता दिया था।

संजय राउत ने क्या कहा?

संजय राउत ने इस दावे के समर्थन में किसी निश्चित समय या तारीख का उल्लेख नहीं किया कि आखिर कब शिंदे कांग्रेस में जाने की योजना बना रहे थे। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इस मामले में दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल से भी बात हुई थी। राउत ने कहा कि इस बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण से भी पूछा जा सकता है। हालांकि, चव्हाण ने इस विषय पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

संजय राउत ने कहा, “मुझे पता है कि उस समय क्या चल रहा था। अहमद पटेल अब हमारे बीच नहीं हैं, इसलिए मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन वह होते तो इस बात की पुष्टि जरूर कर सकते थे।”

नाना पटोले का बयान और सियासी हलचल

शुक्रवार को हुए होली मिलन कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले ने शिंदे और अजित पवार को महाविकास अघाड़ी में वापस आने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में मुख्यमंत्री पद रोटेशनल रहेगा, यानी हर सहयोगी पार्टी को सरकार में नेतृत्व करने का मौका मिलेगा। पटोले के इस बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है।

क्या महायुति सरकार में सब कुछ ठीक नहीं?

राउत और पटोले के बयान ऐसे समय में आए हैं जब महायुति सरकार के भीतर मतभेदों की खबरें तेज हो रही हैं। सूत्रों के अनुसार, शिंदे और पवार अपने समर्थक विधायकों और पार्टी नेताओं की सुरक्षा घटाए जाने को लेकर नाराज हैं। ऐसी भी खबरें थीं कि शिंदे ने कुछ कैबिनेट बैठकों में हिस्सा नहीं लिया और वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।

गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में बगावत कर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी। बाद में चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न उनके गुट को सौंप दिया। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन की जीत हुई और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने, जबकि शिंदे और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद दिया गया।

शिंदे उपमुख्यमंत्री पद से नाखुश?

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उपमुख्यमंत्री पद पर आने से शिंदे संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि, इस पर उनकी ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अगर महायुति सरकार में मतभेद गहराते हैं, तो महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है।