Digital Detox : आखिर क्या डिजिटल डीटाक्स है? किस प्रकार रखता है हमारे मानसिक स्वास्थ्य को ठीक

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IMAGE SOURCE : MEDIA REPORTS
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Digital Detox : जिस तरह किसी भी चीज की अधिकता नुकसानदायक रहती है। इसी तरह इंटरनेट पर हर समय एक्टिव रहना भी एक लत की तरह ही है जो आपकी सेहत को कई तरह के नुकसान पहुंचाता है। आज के इस डिजिटल युग में हमारा ज्यादातर समय फोन, लैपटॉप, और सोशल मीडिया पर गुजरता है। चाहे सुबह उठते ही फोन चेक करना हो या रात को सोने से पहले सोशल मीडिया को चलाना, हमारी दिनचर्या डिजिटल उपकरणों से भर गई है। चाहे वे बच्चे हों या फिर बूढ़े सभी इसके शिकार हैं। इसके चलते सभी में मानसिक तनाव, ठीक से दिखाई न देना, नींद की कमी और एकाग्रता की कमी जैसी समस्याएं सामने आती हैं। डेलॉइट (Deloitte) द्वारा साल 2015 में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि लगभग 59 फीसदी स्मार्टफोन यूजर्स बिस्तर पर जाने से पांच मिनट पहले, और जागने के 30 मिनट के भीतर किसी ना किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे में, डिजिटल डिटॉक्स एक प्रभावी तरीका हो सकता है, जिससे मानसिक शांति और जीवन में संतुलन बनाए रखा जा सकता है। 

Digital Detox : डिजिटल डिटॉक्स क्या है? 

डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है कि कुछ समय के लिए सभी डिजिटल उपकरणों से दूर रहना। यानी की डिजिटल उपकरणों के उपयोग से छुट्टी लेना। इसका कार्य हमारी दिनचर्या में से स्क्रीन टाइम को कम करना और, असली दुनिया से जोड़ कर रखना है। यह आपको अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने, किताबें पढ़ने, योग और ऐसी कई हॉबीज करने का मौका देता है। 

डिजिटल डिटॉक्स के फायदे   

  • लगातार डिजिटल स्क्रीन पर समय बिताने से दिमाग थक जाता है। डिजिटल डिटॉक्स से आपको मानसिक शांति मिलती है और दिमाग को आराम मिलता है। 
  • रात को मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल नींद को प्रभावित करता है। डिजिटल डिटॉक्स से नींद में सुधार होता है और आपकी रात की नींद बेहतर हो जाती है। 
  • डिजिटल उपकरणों का अत्यधिक उपयोग हमारी एकाग्रता को कम कर देता है। डिजिटल डिटॉक्स से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है और कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। 
  • जब आप डिजिटल उपकरणों से दूर होते हैं, तो आपके पास अपने शौक, पढ़ाई, योग और परिवार के साथ समय बिताने का मौका होता है। 

डिजिटल डिटॉक्स कैसे करें?   

  • टाइम लिमिट को सेट करें: अपने दिनचर्या में स्क्रीन टाइम के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें। जैसे कि खाने के समय या सोने से पहले एक घंटा बिना मोबाइल के बिताएं। 
  • डिवाइस-फ्री डे प्लान करें: हफ्ते में एक दिन ऐसा चुनें जब आप किसी भी डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल न करें। 
  • नोटिफिकेशन कुछ समय के लिए ऑफ रखें: अपने मोबाइल और लैपटॉप की नोटिफिकेशन बंद कर दें ताकि आप बार-बार अनावश्यक रूप से इन्हें चेक न करें। 
  • ऑफलाइन एक्टिविटी अपनाएं: योग, मेडिटेशन, पढ़ाई, पेंटिंग जैसी गतिविधियों में समय बिताएं, जो आपकी मानसिक सेहत को बेहतर बनाएंगी। 

डिजिटल डिटॉक्स आपको अपने जीवन में मानसिक शांति और संतुलन लाने में मदद कर सकता है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप खुद को ताजगी और खुशी का अनुभव करा सकते हैं। यह एक सरल लेकिन प्रभावशाली तरीका है जो आपको एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर ले जा सकता है।

Disclaimer : इस लेख में बताई गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। इसका उद्देश्य वित्तीय, चिकित्सा, स्वास्थ्य, पोषण या अन्य सलाह नहीं है। आपको अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों के संबंध में किसी वित्तीय सलाहकार, या चिकित्सा या स्वास्थ्य व्यवसायी से पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।

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