Puja Khedkar case : IAS पूजा खेडकर पर बड़ा एक्शन, सलेक्शन किया रद्द, दूसरे किसी भी एग्जाम में शामिल होने पर लगाई रोक

0
15
Puja Khedkar case
Puja Khedkar case

विवादों से घिरी आईएएस पूजा खेडकर पर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के रूप में पूजा खेडकर का चयन भी रद्द कर दिया है। यूपीएससी ने पूजा खेडकर के भविष्य में किसी भी परीक्षा या चयन में भाग लेने पर रोक लगा दी है। आयोग ने पुष्टि की है कि पूजा खेडकर ने CSE-2022 के नियमों का उल्लंघन किया है साथ ही यूपीएससी ने उन्हें कई बार फर्जी पहचान बनाकर परीक्षा देने का दोषी भी पाया है।

18 जुलाई, 2024 को सिविल सेवा परीक्षा-2022 (सीएसई-2022) की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश करके परीक्षा नियमों में निर्धारित अनुमेय सीमा से अधिक प्रयास करने के लिए कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया गया था। उन्हें 25 जुलाई तक एस.सी.एन. में अपना जवाब प्रस्तुत करना था। पूजा खेडकर की तरफ से 04 अगस्त तक का अतिरिक्त समय मांगा गया ताकि वे अपने जवाब के लिए आवश्यक डॉक्सयूमेंट्स जमा कर सकें। यूपीएससी ने इस अनुरोध पर सावधानीपूर्वक विचार किया और न्याय के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उन्हें 30 जुलाई, 2024 को दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया साथ ही उन्हें स्पष्ट शब्दों में यह भी बताया गया कि यदि उपरोक्त तिथि/समय तक कोई जवाब नहीं मिलता है, तो यूपीएससी उनसे कोई और संदर्भ लिए बिना आगे की कार्रवाई करेग।

यूपीएससी ने CSE के पिछले 15 वर्षों के डाटा की गहरी जांच में 15 हजार से अधिक उम्मीदवार शामिल थे। जांच के दौरान पाया गया कि पूजा खेडकर ने परीक्षा के नियमों का पालन नहीं किया। इस जांच के आधार पर उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया गया है। खेडकर के खिलाफ पिछले कुछ समय से विभिन्न विवादों की रिपोर्टें सामने आ रही थीं, जिनमें उनके कार्यशैली और फैसलों को लेकर सवाल उठाए गए थे। यह कदम यूपीएससी द्वारा लिए गए कड़े निर्णयों में से एक माना जा रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आयोग अपनी चयन प्रक्रियाओं और अधिकारियों की आचरण की गंभीरता से करता है। पूजा खेडकर को भविष्य में किसी भी सरकारी सेवा परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी, जिससे उनके करियर पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।