बिग बॉस विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। रेव पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आई है। जयपुर की एफएसएल की रिपोर्ट में सांपों के जहर होने की पुष्टि हुई। इस जांच रिपोर्ट में कोबरा और करैत प्रजाति के सांप का जहर पाया गया है। इस प्रजाति का सांप काफी खतरनाक होता है और इसके काटने से हर साल बहुत से लोगों की मौत हो जाती है। इस मामले में नोएडा के सेक्टर-49 कोतवाली में एल्विश यादव के खिलाफ जहरीले सांपों की तस्करी और गैरकानूनी रेव पार्टियां करने के आरोप में एफआईआर दर्ज हुआ था। यह मुकदमा बीजेपी सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल में काम करने वाले गौरव गुप्ता ने दर्ज कराया था। अब तक इस मामले में पुलिस की ओर से चार्जशीट फाइल नहीं की गई है।
आरोप है कि एल्विश यादव हरियाणा और एनसीआर के फार्म हाउसों में जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कराते थे। साथ ही रेव पार्टी में सांप के जहर का भी यूज होता था। नोएडा पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को अरेस्ट किया था और इनके कब्जे से 9 जहरीले सांप भी बरामद किए। आरोपियों के पास से 20 से 25 मिलीलीटर नशीला जहर भी बरामद हुआ। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सेक्टर 51 सैफरन वेंडिंग विला में छापेमारी की थी जिसके बाद इस रेव पार्टी का भंडाफोड़ हुआ। वन विभाग ने वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया था।
एल्विश यादव के मामले में पुलिस ने पांच सपेरों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। इसके बाद से पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। इस मामले में जेल गए सभी सपेरों को कोर्ट से जमानत मिल गई है। अबतक सिर्फ दो बार एल्विश यादव से पुलिस ने पूछताछ की है। पर अब एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद से पूरे मामले मे नया मोड आ गया है और एक बार फिर रेव पार्टी मामले में एल्विश यादव की मुश्किलें नोएडा पुलिस ने बढ़ा दी है।