Parenting Tips: बच्चों की परवरिश में ये 4 गलतियां पड़ सकती हैं भारी, पेरेंट्स जरूर जानें!

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बच्चों की परवरिश में ये 4 गलतियां पड़ सकती हैं भारी, पेरेंट्स जरूर जानें!
बच्चों की परवरिश में ये 4 गलतियां पड़ सकती हैं भारी, पेरेंट्स जरूर जानें!

हर माता-पिता अपने बच्चों के अच्छे भविष्य की कामना करते हैं और उनके बेहतर विकास के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में माता-पिता कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। इन गलतियों को पहचानकर और उनसे बचकर माता-पिता अपने बच्चों को एक स्वस्थ और सुखद भविष्य दे सकते हैं।

आइए जानते हैं वो 4 गलतियां जो माता-पिता को करने से बचना चाहिए।

  1. बच्चों की तुलना दूसरों से करना

कई माता-पिता बच्चों की तुलना उनके दोस्तों, रिश्तेदारों या भाई-बहनों से करने लगते हैं। यह सोचकर कि इससे बच्चा प्रेरित होगा, वे बार-बार यह कह देते हैं—
“देखो, तुम्हारे दोस्त ने कितना अच्छा किया, तुम क्यों नहीं कर सकते?”

इसका असर:

  • इससे बच्चे में हीन भावना आ सकती है।
  • उनका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है।
  • वे खुद को हमेशा दूसरों से कमतर समझ सकते हैं।

क्या करें?

हर बच्चे की अपनी अलग क्षमताएं होती हैं। उनकी खूबियों को पहचानें, उन्हें सराहें और उनकी काबिलियत के अनुसार उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।

  1. बच्चों की हर मांग तुरंत पूरी करना

आजकल माता-पिता बच्चों की हर छोटी-बड़ी मांग को तुरंत पूरा कर देते हैं, जिससे उन्हें कभी भी “ना” सुनने की आदत नहीं होती। यह भविष्य में उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।

इसका असर:

  • बच्चे असंयमित और जिद्दी हो सकते हैं।
  • उन्हें संघर्ष और धैर्य का महत्व समझ नहीं आता।
  • वे भविष्य में किसी भी असफलता को सहन नहीं कर पाते।

क्या करें?

बच्चों को यह समझाएं कि हर चीज मेहनत और इंतजार से मिलती है। जरूरत और चाहत के बीच का फर्क सिखाएं ताकि वे धैर्य रखना सीखें।

  1. बच्चों के सामने गुस्सा या झगड़ा करना

अगर माता-पिता बच्चों के सामने गुस्से में लड़ाई-झगड़ा करते हैं, तो इससे उनके कोमल मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

इसका असर:

  • बच्चे चिड़चिड़े और तनावग्रस्त हो सकते हैं।
  • वे भी आक्रामक व्यवहार सीख सकते हैं।
  • उनके मन में असुरक्षा की भावना आ सकती है।

क्या करें?

अगर किसी विषय पर बहस हो भी जाए, तो कोशिश करें कि इसे बच्चों के सामने न करें। बच्चों को सकारात्मक और प्रेमपूर्ण माहौल दें ताकि वे मानसिक रूप से मजबूत बन सकें।

  1. बच्चों की गलतियों को नजरअंदाज करना

कई बार माता-पिता बच्चों की गलतियों को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते हैं कि “अभी छोटा है, बड़ा होगा तो समझ जाएगा।” लेकिन यह आदत बच्चों में अनुशासनहीनता को जन्म दे सकती है।

इसका असर:

  • बच्चा अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लेता।
  • उनमें गलत और सही का भेद समझने की क्षमता कमजोर हो सकती है।
  • वे अनुशासनहीन हो सकते हैं, जिससे भविष्य में परेशानियां आ सकती हैं।

क्या करें?

  • बच्चों को प्यार से समझाएं कि गलत और सही में फर्क करना जरूरी है। उन्हें उनकी गलतियों का अहसास कराएं, लेकिन बिना डांटे या अपमानित किए।
  • माता-पिता की परवरिश ही बच्चों का भविष्य तय करती है। अगर तुलना, अनुशासनहीनता, जरूरत से ज्यादा लाड़-प्यार और गुस्से से भरा माहौल उनकी जिंदगी का हिस्सा बन जाए, तो इससे उनका आत्मविश्वास और मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है।
  • इसलिए, इन चार बड़ी गलतियों से बचें और बच्चों को प्रोत्साहित करने, धैर्य सिखाने और एक सकारात्मक माहौल देने की कोशिश करें। सही परवरिश से ही बच्चे सफल, खुशहाल और आत्मनिर्भर व्यक्ति बन सकते हैं।