भारतीय रेलवे तेजी से अपने विकास की ओर बढ़ रही है। हालांकि मूलभूत समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। लेकिन रेलवे का विस्तार धीरे-धीरे देखा जा सकता है। इसी के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने गूगल से हाथ मिलाया है। भारतीय रेलवे ने टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी गूगल के साथ समझौता किया है। यह समझौता रेलवे और गूगल आर्ट्स एंड कल्चर के बीच हुआ है। इस नए प्रॉजेक्ट की घोषणा नैशनल रेल म्यूजियम, नई दिल्ली में की गई। प्रॉजेक्ट का उद्देश्य लोगों के लिए रेलवे से जुड़े खास वीडियोज, फोटोज आसानी से एक जगह पर उपलब्ध कराना है। इसके लिए यूजर्स को g.co/indianrailways साइट विजिट करनी होगी। इसके अलावा रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गूगल जैसी निजी दिग्गज कंपनियों के साथ साझेदारी में सफलता मिलती है तो अगले चार महीनों में रेलवे नेटवर्क के सभी 6,000 स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई कनेक्शन उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
The Railways- Lifeline of a Nation नाम के इस प्रॉजेक्ट में यूजर्स गूगल आर्ट्स ऐंड कल्चर के जरिए भारतीय रेलवे के बारे में सभी बातें जान सकेंगे। इसमें आपको रेलवे के ऐतिहासिक सफर, धरोहर, इंजीनियरिंग से लेकर फिल्मों में भारतीय रेल के इस्तेमाल, स्वतंत्रता आंदोलन में रेलवे की भूमिका और रेलवे को चलाने वाले असल नायकों की जुड़ी तमाम कहानियां, तस्वीरें और वीडियो मिल जाएंगे।
इस वेबसाइट पर मनोरंजन के भी कई साधन मिल जाएंगे, जैसे कि रेलवे में फिल्माए गए गाने, सीन सब कुछ यहां उपलब्ध होगा। इन सबके अलावा 360 डिग्री ऐंगल व्यूज भी देख सकेंगे। 360 डिग्री ऐंगल व्यू में रॉयल ट्रेन के सैलून, कोलकाता ट्रैम, ब्रिटिश नामों वाले प्लैटफॉर्म्स और कालका-शिमला रेलवे लाइन के व्यू देख सकते हैं। गूगल कल्चरल इंस्टीट्यूट के सहयोग वाली ‘द रेलवेज- लाइफलाइन ऑफ द नेशन’ परियोजना के शुभारंभ पर पीयूष गोयल ने कहा, 711 रेलवे स्टेशनों पर पहले से ही मुफ्त वाईफाई है। उनका लक्ष्य अगले चार महीनों में 6,000 स्टेशन के आंकड़ों तक पहुंचने का है।