बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना रविवार को हुए आम चुनाव में में बड़ी जीत दर्ज की है। सत्ताधारी पार्टी 300 सदस्यीय सदन में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार फिर से सरकार बनाती दिख रही है। यदि उन्हें जीत हासिल होती है तो वह चौथी बार पीएम पद की जिम्मेदारी संभालेंगी। चुनाव आयोग ने सोमवार तड़के चार बजे तक 298 सीटों के नतीजे जारी किए, जिनमें 259 सीटों पर हसीना की पार्टी आवामी लीग ने जीत का परचम लहराया है। वहीं इस चुनाव में आवामी लीग की मुख्य सहयोगी जातीय पार्टी ने 20 सीटें जीती हैं। उधर मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को इस चुनाव में जबरदस्त नुकसान का सामना करना पड़ा है और उसे महज पांच सीट हासिल हुई हैं।
इस बीच बांग्लादेश के विपक्षी एनयूएफ गठबंधन ने आम चुनाव के परिणाम को खारिज कर दिया है और निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के अंतर्गत फिर से मतदान कराने की मांग की. इस गठबंधन में पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बीएनपी के अलावा गोनो फोरम, जातीय समाजतांत्रिक दल-जेएसडी, नागोरिक ओइकिया और कृषक श्रमिक जनता लीग शामिल है।
प्रतिद्वंद्वी बीएनपी के उम्मीदवार को महज 123 वोट मिले
चुनाव आयोग ने धांधली के आरोपों की जांच भी शुरू कर दी है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना बीते रविवार को गोपालगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से एक तरह से निर्विरोध चुनाव जीत गईं। उन्हें 2,29,539 वोट मिले जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीएनपी के उम्मीदवार को महज 123 वोट मिले। चुनाव आयोग ने शाम में आधिकारिक तौर पर हसीना की जीत की घोषणा की। इस सीट से बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार एसएम जिलानी को 123 वोट, इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश के उम्मीदवार मारूफ शेख को 71 जबकि बाकी उम्मीदवारों को कुल 14 वोट मिले। चुनाव आयोग के मुताबिक इस सीट पर कुल 2,29,747 वोट पड़े। हार को देखते हुए बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी एनयूएफ गठबंधन ने आम चुनावों के परिणाम को खारिज कर दिया है और निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के अधीन फिर से चुनाव कराने की मांग की है। एनयूएफ में मुख्य दल बीएनपी है। चुनाव आयोग के मुताबिक 300 संसदीय सीटों में से 299 सीटों पर चुनाव हुआ है। इसके लिए 1,848 उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव के लिए 40,183 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
वोटिंग के दौरान में हिंसा में 17 लोगों की मौत
बांग्लादेश में रविवार को हुए 300 संसदीय सीटों के लिए हुई वोटिंग के दौरान हिंसा में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। ‘डेली स्टार’ अखबार के मुताबिक, चुनाव से जुड़ी हिंसा में एक सुरक्षा कर्मी सहित कम से कम 17 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं दर्जनों लोगों के घायल होने की भी सूचना है। खबरों में कहा गया है कि मारे गए लोगों में अधिकतर सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता थे जबकि अन्य बीएनपी तथा उसके सहयोगी दल के कार्यकर्ता थे।