प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो से छेड़छाड़ करके उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस फर्जी तस्वीर में प्रधानमंत्री को दाऊदी बोहरा समुदाय की एक स्थानीय मस्जिद में हफ्ते भर पहले आयोजित कार्यक्रम में गोल टोपी पहनकर लोगों का अभिवादन करते दिखाया गया है। पलासिया थाने के प्रभारी अजीत सिंह बैस ने शुक्रवार को बताया कि इस मामले में स्थानीय भाजपा नेता और इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के चेयरमैन शंकर लालवानी की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (दो) (विभिन्न वर्गों में शत्रुता, घृणा या दुर्भावना पैदा करने वाली सामग्री का प्रसार) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की सम्बद्ध धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसमें आरोपी के कॉलम में “बालमुकुंद सिंह गौतम के नाम वाली फेसबुक प्रोफाइल का धारक” लिखा गया है।
I will never forget the affection I received at the Saifee Mosque in Indore. pic.twitter.com/GFkSFMdzgZ
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2018
उन्होंने बताया, “लालवानी ने हमें अपनी लिखित शिकायत के साथ जो स्क्रीनशॉट सौंपे हैं, उन्हें देखकर पहली नजर में लगता है कि प्रधानमंत्री का फर्जी फोटो किसी बालमुकुंद सिंह गौतम नाम वाली फेसबुक प्रोफाइल के जरिये सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था।” थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस के साइबर दस्ते से इस फेसबुक प्रोफाइल और प्रधानमंत्री की फर्जी फोटो को पोस्ट किये जाने की प्रामाणिकता के बारे में रिपोर्ट मांगी गयी है। इस रिपोर्ट के आधार पर मामले में अगला कदम तय किया जायेगा।
प्रधानमंत्री स्थानीय सैफी नगर मस्जिद में 14 सितंबर को दाऊदी बोहरा समुदाय के कार्यक्रम “अशरा मुबारक” (इस्लामी कैलेण्डर के पहले महीने मोहर्रम के शुरूआती 10 दिनों की पवित्र अवधि) में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में समुदाय के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी मौजूद थे। लालवानी के मुताबिक हकीकत यह है कि प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में किसी भी तरह की टोपी नहीं पहनी थी। उन्होंने पुलिस को इस कार्यक्रम से जुड़ी वह मूल तस्वीर भी सौंपी है जिससे छेड़छाड़ कर फर्जी फोटो तैयार किया गया है। उन्होंने कहा, “मूल तस्वीर में मोदी मस्जिद में दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन करते दिखायी दे रहे हैं। इस असली फोटो में प्रधानमंत्री के सिर पर कोई टोपी नहीं है।”