हिजबुल मुजाहिदीन के निष्कासित कमांडर राशिद भट उर्फ जाकिर मूसा ने चार मिनट का एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए इस्लामिक जिहाद का हिस्सा नहीं बनने पर भारतीय मुसलमानों को जमकर कोसा। ऑडियो में मूसा ने ‘गजवा-ए-हिंद’ (भारत को जीतने की अंतिम लड़ाई) के लिए शामिल नहीं होने पर भारतीय मुसलमानों की आलोचना की।
भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगलते हुए मूसा ने कहा कि, ‘वे लोग दुनिया के सबसे बेशर्म मुस्लिम हैं। उनको खुद को मुस्लिम कहने में भी शर्म आनी चाहिए। हमारी बहनों को बेइज्जत किया जा रहा है और भारतीय मुस्लिम चीख-चीखकर कह रहे हैं कि इस्लाम शांतिप्रिय धर्म है।‘ इसके लिए उसने यूपी के बिजनौर में मुस्लिम महिला के साथ हुई रेप और कथित गोरक्षकों द्वारा मुस्लिमों को पीट-पीट कर मारे जाने की घटना का भी जिक्र किया।
मूसा ने मुसलमानों को भड़काने के लिए ऐतिहासिक इस्लामी युद्ध ‘जंग-ए-बदर’ का भी हवाला दिया। उसने कहा, ‘वे लोग 313 थे और दुनिया पर राज किया था। अब हम करोड़ों हैं लेकिन फिर भी गुलाम हैं।‘ ऑडियो में मूसा आगे कहता है कि उसकी लड़ाई सिर्फ कश्मीर की या सिर्फ कश्मीर के लिए नहीं बल्कि यह इस्लाम और काफिरों के बीच लड़ाई है।
भारतीय मुस्लिमों को चेताते और उकसाते हुए मूसा ने कहा, ‘आपलोगों के पास अब भी खड़े होने और हमारे साथ आने का समय है। आगे बढ़ो या फिर बहुत देर हो चुकेगी। गोरक्षकों को इस्लाम और मुस्लिम समुदाय की ताकत दिखाओ।’ मुस्लिम युवाओं को अपील करते हुए उसने कहा कि ‘गजवा-ए हिंद’ के लिए मुसलमानों को संगठन बनाने पड़ेंगे।
मूसा ने अपने ऑडियो क्लिप को टेलिग्राम और वॉट्सऐप ग्रुप पर शेयर किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ऑडियो क्लिप में मूसा के आवाज की पुष्टि की है। मूसा का यह ऑडियो कश्मीरी-उर्दू उच्चारण में है।
बता दें कि कुछ समय पहले कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के सिर कलम करने की धमकी देने के बाद मूसा को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से निकाल दिया गया था। हाल में मारे गए हिजबुल कमांडर सब्जार भट के छिपने की जानकारी सेना को देने में भी मूसा के संगठन पर ही आरोप लग रहे है। इस क्लिप में मूसा ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा, ”इस विषय में मुझे कोई भी स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है। जो मेरा प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं, उनको अपने हथियार लेकर मुझे ज्वाइन करना चाहिए।”