आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास 37 सालों की सेवा के बाद आज रिटायर हो गए हैं। आपको बता दें कि दास तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के आइएएस अधिकारी थे। दास को फरवरी में रिटायर होना था, लेकिन सरकार ने उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया। दास का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया। रिटायर होने पर दास ने ट्वीट करके कहा कि “37 सालों की उनकी सेवा काफी संतोषजनक रही।” उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव बहुत ही शानदार रहा और विशेष रूप से पिछले 3 साल बेहतरीन रहे।
Handed over charge as Secretary Eco Affairs on my retirement today. Very satisfying 37 years.
— Shaktikanta Das (@DasShaktikanta) May 31, 2017
Fortunate to have been associated with several key reforms and policy decisions as Secretary Revenue and Secretary Economic Affairs.
— Shaktikanta Das (@DasShaktikanta) May 31, 2017
आपको बता दें कि शक्तिकांत के लिए यह तीन साल इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि बीजेपी सरकार में उन्होंने काफी बड़े कामों में अपनी भागीदारी दी है। जिसमें नोटबंदी भी शामिल है। दरअसल नोटबंदी के फैसले लेने में शक्तिकांत दास की महत्वपूर्ण भूमिका थी। सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले का ड्राफ्ट बनाने वालों में दास भी शामिल थे। शक्तिकांत दास ने इसका जिक्र करते हुए अपने ट्वीट में कहा कि “मेरा सौभाग्य है कि मैं इस तरह के प्रमुख सुधारों और संरचनागत बदलावों का हिस्सा रहा, जो पिछले तीन वर्षों के दौरान वित्त मंत्रालय में आए हैं।”
दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से मास्टर्स डिग्री लेने वाले शक्तिकांत दास ने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर के जॉइंट सेक्रटरी, तमिलनाड़ु सरकार के स्पेशल कमिश्नर और रेवेन्यू कमिश्नर, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के सेक्रटरी के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। अब उनके रिटायरमेंट के बाद उनकी जगह कॉर्पोरेट मामलों के सचिव तपन रे को ही आर्थिक मामलों के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी तपन रे आज से यह कार्यभार संभालेंगे।