National Youth Day पर जानें Swami Vivekanand से जुड़ी दिलचस्‍प बातें.

पूरा देश आज स्‍वामी विवेकानंद जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है.

स्‍वामी विवेकानंद जी सदैव युवाओं के लिए प्रेरणास्‍तोत्र माने गए हैं.

स्‍वामी विवेकानंद के सकारात्‍मक विचार और प्रेरणादायक बातें युवाओं को आगे बढ़ने की ताकत देती हैं.

इसी वजह से साल 1985 में भारत सरकार ने स्‍वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की.

स्‍वामी विवेकानंद जी का जन्‍म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता के कायस्‍थ परिवार में हुआ था.

इनके बचपन का नाम नरेंद्रनाथ था.

स्‍वामी जी को बचपन से ही पढ़ाई और धार्मिक कार्यों में रुचि थी.

उन्‍होंने 1879 में प्रेसीडेंसी कॉलेज के प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्‍थान हासिल किया था.

महज 25 वर्ष की आयु में ही सबकुछ छोड़ वे सन्‍यासी बन गए.

तभी से ये स्‍वामी विवेकानंद के नाम से जाने जाते हैं.

साल 1881 में स्‍वामी जी पहली बार कोलकाता के दक्षिणेश्‍वर काली मंदिर में रामकृष्‍ण परमहंस से मिले.

स्वामी विवेकानंद जी द्वारा शिकागो में आयोजित विश्‍व धर्म सम्‍मेलन सदैव अविस्‍मरणीय रहेगा.

उन्‍होंने 1 मई 1897 में कलकोता में रामकृष्‍ण मिशन की स्‍थापना की थी.

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