गुरु नानक देव जी महाराज की बताई गई शिक्षाओं का अनुसरण पूरी दुनिया करती है
गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 को कार्तिक मास की पूर्णिमा को तलवंडी में हुआ था
गुरु नानक देव एक मौलिक आध्यात्मिक विचारक थे
उन्होंने अपने विचारों को कविताई शैली में प्रस्तुत किया है
सिख धर्म के लोग मुख्य त्योहार गुरु पूरब के नाम से मनाते हैं
इस दिन लोग प्रभात फेरियां निकालते हैं, भजन, कीर्तन करते हैं
महज 7 वर्ष की उम्र में गुरु नानक देव जी ने हिंदी और संस्कृत भाषा में महारथ हासिल कर ली थी
गुरु नानक देव जी को सिख धर्म के साथ इस्लाम, इसाई और यहूदी धर्म के बारे में भी काफी ज्ञान था
इस वर्ष गुरु नानक साहब की 553वीं जयंती मनाई जा रही है
गुरु नानक देव जी कहते हैं कि हर मनुष्य को सबसे पहले खुद की बुराइयों और गलत आदतों पर विजय पाने की कोशिश करनी चाहिए
हमेशा विनम्रता और सेवाभाव से जिंदगी जियें
गुरु नानक देव जी ने कभी स्त्री और पुरुष के बीच फर्क नहीं समझा
गुरु नानक देव जी को महिलाओं का अनादर पसंद नहीं था
गुरु नानक देव जी कहते हैं कि हमेशा तनावमुक्त होकर काम करें
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर जानें Guru Nanak Dev जी से जुड़े दिलचस्प किस्से
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