गुरु नानक देव जी सिख धर्म के संस्‍थापक और पहले गुरु थे

गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन 1469 ईस्वी में लाहौर से 64 किलोमीटर दूर तलवंडी नामक जिले में हुआ था

वर्तमान में यह जगह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ननकाना साहिब में मौजूद है

गुरु नानक देव जी के दिए उपदेश आज प्रासंगिक हैं और लोग इनका अनुसरण करते हैं

गुरु नानक देव जी का जन्म मध्‍यकालीन भारत में ऐसे समय में हुआ था

जब लोग अंधविश्वास और आडंबरों को ज्यादा मानते थे

बचपन से ही गुरु नानक जी का मन बचपन आध्यात्मिक चीजों की तरफ झुका हुआ था

हिन्दू परिवार में जन्मे गुरु नानक ने सभी धर्मों का व्यापक रूप से अध्ययन किया था

जिसकी वजह से वो बचपन से ही आध्यात्मिक और ज्ञानी हो गए थे

गुरु नानक देव जी को मात्र 11 साल में जनेऊ पहनने को कहा गया था

गुरु नानक जी ने करीब 30 सालों तक भारत, तिब्बत और अरब समेत कई जगहों पर आध्यात्मिक यात्राएं भी कीं

गुरु नानक अंधविश्वास और दिखावे के कट्टर विरोधी थे

गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम दिन पंजाब के करतारपुर में लोगों को शिक्षा देते हुए गुजारे

गुरु नानक जी को विश्व भर में सांप्रदायिक एकता, सच्चाई, शांति, सदभाव के ज्ञान को बांटने के लिए याद किया जाता है

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