क्या अंतर है चैत्र नवरात्रि
और
शारदीय नवरात्रि के बीच,जानें.
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चैत्र नवरात्रि से ही हमारे नए विक्रम संवत्सर की शुरुआत होती है.
शारदीय नवरात्रि से ही शरद ऋतु का आगमन होता है.
भारत के हर राज्य में चैत्र नवरात्रि के अलग नाम हैं.
महाराष्ट्र में इसे 'गुड़ी पड़वा', कश्मीर में इसे 'नवरे',कर्नाटक में 'उगादी' के नाम से जाना जाता है.
चैत्र नवरात्रि में ही भगवान श्रीराम जी का जन्म हुआ था, इस माह की नवमी को रामनवमी कहते हैं.
शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था.
चैत्र नवरात्रि को 'वसंत'नवरात्रि भी कहा जाता है.
ऐसी मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि में ही भगवान ब्रहमा जी ने सृष्टि की रचना की थी.
शारदीय नवरात्र के दौरान गुजरात में दांडिया खेलने की परंपरा है.
चैत्र नवरात्र में ही भगवान विष्णु जी के मछली अवतार की आराधना भी की जाती है.
चैत्र नवरात्र के दौरान ही भगवान सूर्य देव की विशेष रूप से पूजा भी की जाती है.
दोनों ही नवरात्रि के दौरान फलहार का सेवन बेहतर मना जाता है.
14 नवरात्रि में
तैयार
किए जाने वाले भोजन में जीरा,काली मिर्च,हरी इलायची का इस्तेमाल कर सकते हैं
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