31 दिसंबर की रात अंजलि और उसकी दोस्त पार्टी करने के लिए होटल गई हुई थी.

अंजलि और उसकी दोस्त नीधि के बीच होटल में बहस हो गई.

नाइट शिफ्ट मैनेजर ने उनको ऐसा करने से मना किया जिसके बाद वह नीचे आकर लड़ने लगी.

लड़ने के बाद दोस्त के साथ अंजलि सिंह स्कूटी से घर लौट रही थी.

घर लौटते वक्त रात करीब 2 बजे कार ने टक्कर मार दी थी.

अंजलि का पैर एक पहिए में फंस गया था.

इस बीच कार ने उसे 12 किमी तक घसीटा रहा.

बता दें कि बलेनो कार ने हादसे के बाद भी करीब 1 घंटे तक सड़क पर घसीटते रहा.

कार में बैठे आरोपियों को एक्सेल में फंसी अंजलि के बारे में पता चल गया था.

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लेकिन, फिर भी नहीं रुके और उसे घसीटते रहे.

आरोपियों ने लड़की के शरीर को कार से अलग करने के लिए कई मोड़ लिए.

अंजलि के शव को कार के नीचे देखा तो वह घबरा गए

आरोपी शव को छोड़कर वहां से भाग गए.

शव को गाड़ी से हटाने के लिए कार ने "चार से ज्यादा यू-टर्न" लिए.

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