क्यों मनाया जाता है धनतेरस?

धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है.

इस बार ये तिथि 22 अक्टूबर से लेकर शाम 23 अक्टूबर तक है.

इस दिन धन के देवता कुबेर, औषधि के देवता धनवंतरी और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

इस दिन खरीदारी करने को बहुत शुभ माना जाता है.

मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी या बर्तन आदि खरीदने से घर में सुख और सौभाग्य का आगमन होता है.

दीपावली के महापर्व की शुरुआत धनतेरस के त्योहार से ही होती है.

लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस का पर्व क्यों मनाया जाता है? आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं.

धनतेरस के दिन धनकुबेर और धनवंतरी देव की पूजा होती है, इसलिए इस त्योहार को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है.

धनतेरस मनाने की कई पौराणिक कथाएं प्रसिद्ध हैं, उनमें से एक है समुद्र मंथन की कथा.

समुद्र मंथन की पौराणिक कथा के मुताबिक इस दिन ही भगवान धनवंतरी अमृत कलश लेकर समुद्र से प्रकट हुए थे.

 इसलिए उनके अवतरण दिवस के रूप में धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.

भगवान धनवंतरी को औषधि और चिकित्सा का देवता माना जाता है.

इसके साथ ही धनतेरस मनाने के पीछे भगवान विष्णु के वामन अवतार की कथा का भी उल्लेख आता है.

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