देवी के वाहन का होता है अहम प्रभाव...

माना जाता है कि मां का वाहन साप्ताहिक दिन पर निर्भर करता है

सोमवार या रविवार को घट स्थापना होने पर मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं

शनिवार या मंगलवार को नवरात्रि की शुरुआत होने पर देवी का वाहन घोड़ा माना जाता है

गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्र शुरू होने पर देवी डोली में बैठकर आती हैं

बुधवार से नवरात्र शुरू होने पर मां दुर्गा नाव पर सवार होकर आती हैं

देवी जब हाथी पर सवार होकर आती हैं तो देश में पानी ज्यादा बरसता है

 जब देवी मां घोड़े पर आती हैं तो युद्ध की आशंका बढ़ जाती है

देवी नौका पर आती हैं, तो सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं

वहीं जब मां दुर्गा डोली में बैठकर आती है तो महामारी का भय बना रहता है

मां की विदाई किस वाहन पर हो रही है इस बात का भी काफी असर पड़ती है

रविवार या सोमवार को देवी भैंसे पर विदा होती है जिससे रोग, शोक भय बढ़ता है

शनिवार या मंगलवार को देवी मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं, जिससे दुख और कष्ट की वृद्धि होती है

बुधवार या शुक्रवार को देवी हाथी पर जाती हैं

गुरुवार को मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाती हैं, जिससे सुख और शांति की वृद्धि होती है

हाथी पर सवार होकर आ रही है मां दुर्गा..