अक्सर आपने सुना होगा सफेद दाग छुआछुत वाली बीमारी है .

विटिलिगो एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो त्वचा में मेलेनिन कम होने से बढ़ती है. इससे त्वचा पर सफेद धब्बे हो सकते हैं.

यह दाग किसी भी दवा से पूरी तरह ठीक नही हो सकते, परन्तु इसको रोकने के बहुत से उपाय है.

विटिलिगो एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है,जिसमें मेलेनिन नामक त्वचा के कलर लिकिव्ड की मात्रा कम हो जाती है.

यह तब होता है जब शरीर का इम्यून सिस्टम मेलेनिन कोशिकाओं को नष्ट करने लगता है. 

विटिलिगो के कारण त्वचा के कुछ हिस्सों में रंग का नुकसान होता है, जिससे सफेद धब्बे दिखाई देते हैं. 

विटिलिगो आमतौर पर चेहरे, हाथों, पैरों, और धड़ पर होता है, लेकिन यह सफेद धब्बे  शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते है.

विटिलिगो के लिए प्रकाश चिकित्सा का सबसे आम प्रकार है, UVB है जो एक प्रकाश का एक मेलेनिन बैंड बनाता है.

PUVV सोरालेन का एक संयोजन है,वह दवा जो त्वचा को UV प्रकाश और UVA प्रकाश के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है. 

मेलेनिन इंजेक्शन वह इंजेक्शन है जो मेलेनिन कोशिकाओं को शरीर मे इंजेक्ट करता है.