हिंदू धर्म में दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है

लेकिन, इस बार गोवर्धन पूजा अगले दिन नहीं बल्कि एक दिन बाद मनाई जाएगी

लेकिन, इस साल अगले दिन यानि 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है

इसकी वजह से इस दिन गोवर्धन पूजा नहीं की जाएगी

बता दें कि गोवधर्न पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है

इस दिन भगवान कृष्ण की गोवर्धन उठाते हुए प्रतिमा बनाई जाती है

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है

इस साल यह तिथि 25 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 48 मिनट पर शुरू हो जाएगा

26 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी

26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के लिए सुबह 7 बजकर 29 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 39 मिनट तक शुभ मुहूर्त है

पंचांग के अनुसार, शाम को शाम 4 बजकर 8 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 18 मिनट तक के लिए शुभ समय है

मान्यता है कि इस दौरान भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र देवता के प्रकोप से बचाया था

पौराणि कथाओं के अनुसार द्वापर काल में भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र देवता के घमंड को तोड़कर समस्त गोकुलवासियों की उनके प्रकोप से रक्षा की थी

भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को एक उंगली पर उठाकर सभी गोकुलवासियों को बचाया था

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