हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व बताया गया है, आज ही के दिन धरती पर मां गंगा अवतरित हुई थीं।
प्रभु श्रीराम जी के पूर्वज भागीरथ जी ही अपने पुरखों के मोक्ष के लिए मां गंगा को धरती पर लाए थे। वेग अधिक होने के कारण भोलेबाबाने उन्हें अपनी जटाओं में समाहित किया था।
हस्त नक्षत्र में मां गंगा का अवतरण हुआ था। आज गंगा दशहरा के दिन यह योग बनना अत्यंत शुभ माना जा रहा है।
मां गंगा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को धरती पर अवतरित हुईं।इसी कारण इस दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है।
इस दिन शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान कर अर्घ्य देते समय मां गंगा के मंत्र- ‘ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः’ का जाप करें।
उत्तराखंड स्थित तपोवन गोमुख के पास वह स्थान है, जहां से मां गंगा का अवतरण धरती पर हुआ।
गोमुख के पास स्थित गंगोत्री मंदिर में बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंचते हैं।