जानें विजयादशमी पूजन का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि पर्व के आखिरी दिन दशहरा धूमधाम से मनाया जाता है.
दशहरा असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है.
इस दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन होता है.
इस साल आज यानी 5 अक्टूबर को विजयदशमी मनाई जा रही है.
कई जगहों पर तो रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के भी पुतले जलाए जाते हैं.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, दशहरा 10 प्रकार के पापों के परित्याग की प्रेरणा भी देता है.
इन पापों में काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी शामिल हैं.
विजयदशमी पूजन का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषविदों की मानें, तो इस बार विजयदशमी पूजन के लिए दो खास शुभ मुहूर्त हैं.
ज्योतिषविद के अनुसार, बुधवार को विजयदशमी पूजन का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7.44 से सुबह 9.13 तक है.
वहीं इसका दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 10.41 से दोपहर 2.09 बजे तक है.
ज्योतिषविद बताते हैं कि विजयदशमी के दिन भगवान राम की विधिवत पूजा करनी चाहिए.
वहीं, विजयादशमी पर शस्त्रों की पूजा का विशेष महत्व होता है.
इस दिन क्षत्रिय, योद्धा और सैनिक अपने शस्त्रों की पूजा करते हैं, वहीं ब्राह्राण इस दिन मां सरस्वती की पूजा करते हैं.
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