भांग पीने या खाने के जानें क्या है फायदे और नुकसान.

भगवान् शिव को भांग बहुत पसंद है.

महाशिवरात्रि पर भगवान् शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त उन्हें भांग चढ़ाते हैं.

कई लोग भांग पीने के बाद खुशी महसूस करते हैं.

भांग खाने से डोपामीन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है.

डोपामीन को 'हैपी हार्मोन' भी कहते हैं, जो हमारे मूड को कंट्रोल करता है और ख़ुशी के स्तर को बढ़ाता है.

भांग को अंग्रेज़ी में कैनाबीस, मैरिजुआना, वीड भी कहते हैं.

भांग में टेट्राहाइड्रोकार्बनबिनोल पाया जाता है, जिसे आसान शब्दों में टीएचसी भी कहते हैं.

भांग को अगर जलाकर सिगरेट या बीड़ी की तरह पीते हैं तो इसका असर कुछ सेकंड में ही होने लगता है.

इसके धुएं को हमारे फेफड़े बहुत जल्द सोखते हैं और ये दिमाग़ तक पहुंच जाते हैं.

भांग खाने से नशा आने में आधे से एक घंटे का वक्त लग सकता है.

भांग खाने से दिमाग को कुछ ज़्यादा ही सक्रिय हो जाता है.

अगर इसे बहुत ज़्यादा मात्रा में लिया जाता है तो दिमाग़ ठीक से काम करना बंद कर सकता है.

हार्ट अटैक की संभावनाएं और ब्लडप्रेशर बढ़ जाती है

दालचीनी एक फायदे अनेक...