Vikram Samvat 2079 के साथ हिंदू नववर्ष की शुरुआत, इस वर्ष के राजा शनि और मंत्री होंगे बृहस्पति, जानिये देश पर क्‍या होगा असर

Vikram Samvat 2079: चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ‘नल’ नामक नए विक्रमी संवत्सर 2079 का शुभारंभ होने जा रहा है।

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Vikram samvatsar 2079
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Vikram Samvat 2079: चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ‘नल’ नामक नए विक्रमी संवत्सर 2079 का शुभारंभ होने जा रहा है। इस संवत्सर के राजा शनि और मंत्री बृहस्पति होंगे। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से सभी यज्ञकार्य, धर्मानुष्ठान, मंत्र-दीक्षा एवं किसी तरह के सांकल्पिक कार्य में ‘नल’ नामक संवत्सर का ही प्रयोग किया जाएगा।

शक्ति आराधना का पावन पर्व वासंतिक नवरात्रि भी इसी दिन से आरंभ हो रहे हैं।जिसका समापन चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी रविवार 10 अप्रैल को रविपुष्य योग में होगा। सनातन धर्मी इसी दिन श्री रामनवमी तथा श्रीरामचरितमानस जयंती का पर्व भी मनाएंगे।

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार 2 अप्रैल, शनिवार का दिन कई मायनों में खास होने वाला है। क्योंकि इस दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत के साथ चैत्र नवरात्र, गुड़ी पड़वा का भी पर्व मनाया जा रहा है। इतना ही नहीं ज्योतिषों के अनुसार विक्रम संवत 2079 में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन भी हो रहा है जिसका असर हर व्यक्ति के जीवन में अच्छा या फिर बुरा प्रभाव डालेगा। आइये जानते हैं विक्रम संवत से लेकर राशियों के बारे में पूरी जानकारी।

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Vikram Samvat 2079: शनिदेव राजा बनकर प्रजा का रखेंगे ध्‍यान

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हिंदू पंचाग के अनुसार हर संवत्‍सर में राजा और मंत्री का पद अहम होता है। शास्‍त्रों के अनुसार हर व्‍यक्ति को इसे सुनना भी चाहिए। पिछले संवत्‍सर 2078 में राजा का पद मंगल के पास था। संवत्‍सर अर्थात 12 महीने का कालविशेष। भारतीय ज्‍योतिष के अनुसार संवत्‍सर बृहस्‍पति ग्रह के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं और प्रत्‍येक वर्ष का एक नाम भी होता है।

विक्रम संवत 2079 का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के साथ होता है। इस बार चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 1 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 2 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 58 मिनट में समाप्त होगी। लेकिन हमेशा नववर्ष की शुरुआत सूर्योदय के साथ मानी जाती है। इस कारण विक्रम संवत 2079 या हिंदू नववर्ष 2079 का पहला दिन 2 अप्रैल ही माना जाएगा। इसके साथ ही इस दिन हिंदू धर्म का पवित्र दिन नवरात्रि की भी शुरुआत हो रही है।

Vikram Samvat 2079 पर बन रहा दुर्लभ संयोग
ज्योतिष गणना के अनुसार, इस बार हिंदू नववर्ष में दुर्लभ संयोग बन रहा है जो करीब 1500 साल बाद होगा। क्योंकि 18 महीने बाद राहु-केतु राशि परिवर्तन कर रहे हैं। इसके साथ ही मंगल ग्रह अपनी उच्च राशि मकर राशि में रहेंगे।जिससे हर राशियों के जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा हिंदू नववर्ष में रेवती नक्षत्र भी बन रहा है।

महंगाई होगी चरम पर
‘नल’नामक नए Vikram samvat 2079 संवत्सर में राजा का अधिकार शनिदेव के पास है। दूसरी तरफ जलरहित वस्तुएं यानी जिनमें पानी नहीं होता, ठोस होती हैं, ऐसी सभी धातुओं का स्वामित्व भी शनिदेव के पास ही है। देश में महंगाई बढ़ेगी। ग्रीष्मकालीन फसलों का स्वामित्व भी शनिदेव के पास ही है।

संपूर्ण वर्षपर्यंत कोषाध्यक्ष का स्वामित्व भी शनिदेव के पास होने के फलस्वरूप सरकार आमदनी का बड़ा हिस्सा सामाजिक कार्यों पर खर्च करेगी। नए संवत्सर में विश्व की संपूर्ण अर्थव्यवस्था का अधिकार शनिदेव के पास ही होगा। सरकार मुफ्त राशन व्यवस्था को आने वाले कई महीनों तक जारी रखना चाहेगी।

जिन-जिन वस्तुओं का अधिकार शनिदेव के पास है उनमें महंगाई भी चरम पर होगी। प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारूरूप से चलाने के लिए सरकारें कई तरह के कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं रहेंगी अतः अराजकता तो बढ़ेगी, उसी तरह से उसका दमन भी किया जाएगा।

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Vikram samvat के मंत्री बृहस्पति के नेतृत्‍व में कारोबार बढ़ेगा
सुखद समाचार यह है कि नए samvatsar में मंत्री का अधिकार गुरुदेव बृहस्पति के पास है। जिसके फलस्वरूप शीर्ष नेतृत्व और उनके सचिवों के बीच सामंजस्य बढ़ेगा। सरकारों को अपनी बातें जनता तक पहुंचाने और योजनाओं को लागू करने में आसानी रहेगी। विदेशी मुद्रा भंडार नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। शेयर बाजार में जबरदस्‍त उछाल देखने को मिलेगा। फसलों की पैदावार भी बढि़या होगा।

सेनापति और वर्षा का अधिकार बुध के पास
संवत्सर में सेनापति और वर्षा के स्वामी का अधिकार युवराज बुध के पास है।जोकि एक अच्‍छा संकेत है। सेनापति बुध होने के फलस्वरूप आने वाले समय में सरकारें आतंकवाद को कुचलने में पूरी तरह सफल होती दिखाई देंगी। जनता कठोर निर्णय-प्रशासन के चलते अराजकता से बचेगी।

मेघों के स्वामी अथवा वर्षा का अधिकार भी बुध के पास होने के फलस्वरूप पर्याप्त वर्षा होगी। फसलों की पैदावार में भारी वृद्धि होगी। धर्म-कर्म यज्ञ अनुष्ठान भी खूब होंगे।

Vikram Samvat 2079: फलों का आधिपत्‍य मंगल के प्रभाव में
संवत्सर में फलों का आधिपत्य मंगल के पास रहेगा। इस वर्ष पौधरोपण बहुत ज्‍यादा होगा। पर्यावरण संरक्षण पर जोर अधिक रहेगा। हालांकि फूल-फल तथा औषधियों की पैदावार अपेक्षाकृत कम रहेगी फिर भी सरकार कृषि के क्षेत्र में नई-नई योजनाओं को लागू कर, रोजगार के अवसर देगी।

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शीतकालीन फसलों के स्‍वामी होंगे शुक्र
कृषक वर्ग के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है कि आगामी संवत्सर में शीतकालीन फसल अर्थात गन्ना, मक्का, चना, गेहूं, जौ, मसाले सब्जियां, हरी सब्जियां इन सबका अधिकार शुक्र के पास रहेगा। इनकी पैदावार बढ़ेगी।

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रसों का अधिकार चंद्रमा के पास होने से युवा वर्ग खासकर छात्राएं पाएंगी तरक्‍की
संवत्सर में रसाधिपति चंद्रमा होने से युवा वर्ग देश को अलग पहचान दिलाएगा। खासकर युवा वर्ग विशेषकर छात्राएं अपने संकल्प को पूर्णरूप से हासिल करने में कामयाब रहेंगीं।लड़कियों की सफलता का ग्राफ बढ़ेगा। सौंदर्य प्रसाधनों की वृद्धि खूब होगी और खपत भी उसी मात्रा में होगी।

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