विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने माना है कि कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है, इस बात से बिलकुल इंकार किया जा सकता। इसमें मिलने वाले सबूतों को संज्ञान में लिया है जिनके आधार पर दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है। दरअसल 32 देशों के 200 से अधिक वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में पाया कि नोवेल कोरोना वायरस के छोटे-छोटे कण हवा में भी मौजूद रहते हैं और ये लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। इसके बाद WHO से अपने दिशा-निर्देशों में इसे शामिल करने के लिए संशोधन की मांग की गई थी।

क्लिनिकल इंफेक्सियस डिसीज जर्नल में एक आलेख छपा है, जिसमें वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इस बात का सबूत है कि कोरोना वायरस के कण हवा में मौजूद हैं और सांस लेने पर वो शरीर में चले जाते हैं। वैज्ञानिकों ने दावा किया कि ऐसे कई मामले देखे गए हैं। डब्ल्यूएचओ में कोरोना महामारी के तकनीकी प्रमुख वान केरखोव ने कहा कि डब्ल्यूएचओ आने वाले समय में वायरस के प्रसार के तरीकों पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए एक संक्षिप्त वैज्ञानिक विवरण प्रकाशित करेगा।

दुनिया में अब तक 1 करोड़ 18 लाख 37 हजार 245 लोग कोरोना इन्फेक्शन की चपेट में आ चुके हैं जबकि 67 लाख 99 हजार 677 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकी भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 7,19,665 पुष्ट मामले है और रूस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनियाभर में तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है। देशभर में कुल 7,19,665 पॉज़िटिव मामलों में से 2,79,717 सक्रिय मामले हैं।

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