पाकिस्तान आतंकवाद को कितना भी पनाह क्यों ना दे लेकिन आतंकी पाकिस्तान में हमला करने से बाज नहीं आते। आय दिन पाकिस्तानी फौज़ और आईएसआई आतंकियों को बचाने का काम करती रहती है लेकिन आतंकियों को जब भी मौका मिलता है वो पाकिस्तान में भी धमाका करवाकर मासूमों की जान ले लेते हैं। गुरुवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक भयानक आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है रिपोर्ट्स के अनुसार मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है, इस हमले में 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

pakबताया जा रहा है कि ISIS के आतंकियों ने गुरुवार को पाकिस्तान में यह हमला कराया है। जानकारी के अनुसार इस धमाके में दो हमलावर शामिल थे। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि एक आतंकी ने पहले हथगोला फेंका था, जब वह नहीं फटा तो उसने खुद को उड़ा लिया।

Pakistanआपको बता दें कि यह हमला सिंध प्रांत सहवान में लाल शाहबाज कलंदर दरगाह पर हुआ है। इस दरगाह का निर्माण 1356 में कराया गया था जो बाद में सूफी परंपरा का प्रतीक बना। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फ़ीकार अली भुट्टो ने इस दरगाह का सौंदर्यीकरण कराया था। सूफी संत, लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह लाल साईं, झूले लाल, मस्त कलंदर जैसे कई नामों से मशहूर है।

माना जाता है कि महान कवि अमीर खुसरो ने शाहबाज कलंदर के सम्मान में दमादम मस्त कलंदर का गीत लिखा था जिसमे बाद में बाबा बुल्ले शाह ने कुछ बदलाव किया और उसे झूलेलाल कलंदर कहा। शहबाज कलंदर सिंध प्रांत में हिंदुओं के लोकप्रिय नेता झूलेलाल के पुनर्जन्म थे, शायद इसलिए दमादम मस्त कलंदर गाने में भी झूलेलाल का जिक्र किया गया है। 

पाकिस्तान में इतनी पाक जगह पर हमला होना कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी कई बार दरगाह, बाजार और यहां तक की स्कूलों में भी आतंकी हमले हो चुके है। इन हमलों में मासूम बच्चों के साथ-साथ सैकड़ों बेकसूर लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इतने बदतर हालात के बाद भी पाकिस्तान की सरकार और खुफिया एजेसिंयां आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने के बजाय उन्हें पनाह देती है और उनका बचाव करती है।

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