नीति आयोग ने अपनी स्वास्थ्य रिपोर्ट पेश कर दी है। नीति आयोग की तरफ से जारी की गई इस रिपोर्ट में राज्यों को स्वास्थ्य श्रेणी के अनुसार रेटिंग दी गई है। इस रिपोर्ट में केरल शीर्ष पर है जबकि उत्तर प्रदेश सबसे नीचे है। इस हेल्थ इंडेक्स में केरल के बाद पंजाब, तमिलनाडु और गुजरात को स्थान दिया गया है। इस सूचकांक में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को जगह दी गई हैं। नीति आयोग के सीओ अमिताभ कांत ने ये रिपोर्ट जारी की।

सूचकांक के हिसाब से राजस्थान, बिहार और ओडिशा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है, इसलिए तीनों राज्यों को खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शीर्ष पर रखा गया हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत बताने वाले इस सूचकांक में यूपी का प्रदर्शन झारखंड, उड़ीसा और बिहार से भी बद्दतर बताया गया हैं, लेकिन सालाना वृद्धिकारी निष्पादन के लिहाज से झारखंड, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश शीर्ष के तीन राज्यों में हैं। इन राज्यों ने नवजात मृत्यु दर, पांच साल से कम के शिशुओं की मृत्यु दर, पूर्ण टीकाकरण और संस्थागत प्रसव के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया।

नीति आयोग के सीओ अमिताभ कांत ने कहा, सरकारी शोध संस्थान का मानना है कि स्वास्थ्य सूचकांक सरकार व सहकारिता संघवाद के इस्तेमाल के उपकरण के रूप में काम करेगा। रिपोर्ट रिलीज करने के मौके पर अमिताभ कांत ने बताया, कि पूर्वी राज्य झारखंड और छत्तीसगढ़ अच्छा प्रदर्शन काम कर रहे हैं। दोनों राज्य क्रमशः चौथे और पांचवें नंबर पर आएं हैं। छोटे राज्यों में मिजोरम को पहला स्थान मिला है। उसके बाद मणिपुर और गोवा का नंबर है।

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