भारत में करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखे जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को नारोवाल जिले के करतारपुर में दरबार साहिब को जोड़ने वाले गलियारे की आधारशिला रखी। करतारपुर साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से जोड़ा जायेगा। भारत ने पिछले सप्ताह करतारपुर गलियारे को बनाये जाने की मंजूरी दी थी। इसके बन जाने से भारत में रहने वाले सिख गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने जा सकेंगे। इसके लिए कोई वीजा नहीं लगेगा।  पाकिस्तान भारतीय सीमा से गुरुद्वारा दरबार साहिब तक का गलियारा बनायेगा जबकि गुरदासपुर जिले के डेराबाबा नानक तक का गलियारे का निर्माण भारत करेगा। करतारपुर नारोवाल जिले में रावी नदी के पास है।

यह गुरुद्वारा लाहौर से 120 किलोमीटर दूर और भारत की सीमा से करीब 3..4 किलोमीटर पर स्थित है।  इस गुरुद्वारे का निर्माण महाराजा पटियाला सरदार भूपिंदर सिंह ने 1921 से 1929 के बीच कराया था।

आधारशिला के दौरान मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद का करीबी और खालिस्तान समर्थक उग्रवादी गोपाल चावला भी मौजूद था। गोपाल चावला और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद हाथ मिलाते दिखे। दोनों की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। बताते चलें कि गोपाल चावला अपने भारतविरोधी रुख के वजह से जाना जाता है। लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से उसका करीबी रिश्ता है।

भारत की ओर से करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के वक्त पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू,  केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी और हरसिमरत कौर मौजूद थे। इस कॉरिडोर के खुल जाने से भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवाजाही की सुविधा मिल सकेगी। नवजोत सिद्धू ने इस मौके पर बोलते हुए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के कसीदे पढ़े। उन्होंने कहा- इस कॉरिडोर (करतारपुर) के जरिए दोनों देशों को एक साथ लाने के लिए इतिहास इमरान खान को याद रखेगा। उन्होंने कहा कि इससे इमरान खान ने 70 वर्षों के इंतजार को खत्म कर दिया है। सिद्दू ने आगे कहा कि प्यार, अमन खुशहाली का रूप बनके, मेरा प्यार, दिलदार इमरान खान जीवे।

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