भारत में शिक्षा और बेरोजगारी का हाल वैसे भी बेहाल है। ऊपर से अगर नौकरी भी भाग्य भरोसे दिए जाने लगे तो देश का भाग्य भी भाग्य भरोसे ही बन जाएगा। पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री ने पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट में प्रोफेसर की नियुक्ति की चाह रखने वाले दो उम्मीदवार में से एक का चयन करने का फैसला सिक्का उछाल कर किया। सिक्का उछालकर प्रोफेसर की नियुक्ति करने का वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि, प्रदेश की कांग्रेस सरकार के प्रवक्ता ने दावा किया कि मंत्री की मंशा पारदर्शी तरीके से स्थान का आवंटन करने की थी। उन्होंने मीडिया पर गैरजरूरी विवाद पैदा करने का आरोप लगाया। इस घटना के बाद शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बीते दो दिन से आलोचनाओं में घिरे हुए हैं।
एक तरफ जहां देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है, वहीं अगर बची-कुची नौकरियां भी किस्मत के हाथों दे दी जाए तो लोगों का शिक्षा व्यवस्था से भरोसा ही उठ जाएगा। यह मामला सोमवार का है। पंजाब लोक सेवा आयोग परीक्षा पास करने के बाद नियुक्त हुए 37 लेक्चरर्स को पोस्टिंग देने के लिए बुलाया गया था। वहां दो लेक्चरर्स ऐसे थे जो पटियाला स्थिति सरकारी पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूट में अपनी पोस्टिंग चाहते थे। दोनों आवेदकों की शैक्षणिक और अन्य योग्यताएं एक समान ही थीं।
खबरों के मुताबिक पोस्टिंग किसे दी जाए, इस बारे में विचार किया जा रहा था। उसी दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि क्यों न पोस्टिंग का फैसला सिक्का उछालकर कर लिया जाए। वहां मौजूद सभी लोग इसके लिए सहमत भी हो गए। चन्नी से सिक्का उछाल दिया, लेकिन साथ ही यह घटना वहां मौजूद पत्रकारों ने कैमरों में भी रिकॉर्ड हो गई। इस कदम के बाद आलोचना होने पर पार्टी ने मीडिया पर गैरजरूरी विवाद पैदा करने का आरोप लगाया।