हरदोई से एक बड़ी दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां लखनऊ-नई दिल्ली रेलवे रूट पर काम कर रहे चार गैंगमैन की ट्रेन की चपेट में आने के कारण मौत हो गई। हादसे में प्रथम दृष्‍टया पीडब्लूआई की लापरवाही सामने आई है। वहीं मृतकों के आक्रोशित परिवारजनों ने शव नहीं उठाने दिया। इस भीषण हादसे में एक कर्मचारी लापता है।

मृतकों में संडीला के छह नंबर गैंग इंजीनियरिंग बिभाग के कर्मचारी कौशल (30) पुत्र ब्रजमोहम, राजेश (32) पुत्र दयाराम, राम स्वरूप (59) पुत्र मोहमक लोहार, राजेन्द्र (28) पुत्र प्रभुदयाल हैं। संडीला निवासी कौशल व राजेद्र, भिठौली निवासी राजेश व महसोंना निवासी रामस्वरूप रेलवे में गैंगमैन थे। चारों दोपहर को लाइन पर काम कर रहे थे। उनके पास बड़ी मशीन थी। उसी दौरान अकालतख्त एक्सप्रेस आ गईं। चारों गैंगमैन कुछ समझ पाते इससे पहले कि वह ट्रेन की चपेट में आ गए ।

घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस, एसपी हरदोई अलोक प्रियदर्शी के साथ रेलवे के अधिकारियों ने मृतकों की शिनाख्त की। इसके बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इस हादसे में पीडब्लूआई रामसजीवन की लापरवाही सामने आई है। जिस स्थान पर काम चल रहा था. उससे वह काफी दूर बैठा था। उसने न ही ब्लाक लिया था और न ही झंडी लगाई गई थी। इससे ट्रेन बिना रुके आ गई और हादसा हो गया।

गैंग मैन कर्मियों का कहना है कि मशीन से बोल्ट कसे जा रहे थे। उनका कहना है कि वह तो गनीमत रही कि चार कस गए अगर न कसे होते तो ट्रेन पलट भी सकती थी। ज्ञात हो की अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रेन से कटकर 61 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे। घटना के लिए अब तक कोई खास कार्रवाई नहीं की गई है। न ही किसी पर जिम्मेवारी तय हुई, हर कोई अपनी जिम्‍मेदारी से पल्‍ला झाड़ने में लगा है।

वही हरदोई रेलवे के डीआरएम एके सिंघल ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है। हायर लेवल कमेटी से जांच कराई जाएगी। विभागीय अफसरों को मौके पर भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवारों को जल्द वाजिब मुआवजा व आश्रितों को नौकरी मिलेगी।

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