आपको बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर और एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म ‘कमबख्त इश्क’ तो याद ही होगी जिसमें करीना कपूर अक्षय कुमार का ऑपरेशन करते हुए उनके पेट में अपनी घड़ी भूल जाती है। इतनी बड़ी लापरवाही अगर हकीकत में हो तो शायद हम यकीन न कर पाए, क्योंकि अक्सर इतनी बड़ी लापरवाही फिल्मी दुनिया में ही देखने को मिलती है। लेकिन हम आपको बता दें कि ऐसी लापरवाही हकीकत में भी होती। बिहार के सहरसा में एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही का किस्सा आपको हैरान कर सकता है। सहरसा के अस्पताल में 18 दिन तक रहने के बाद भी युवक अपने शरीर में चाकू लिए घूम रहा था इतना हीं नहीं डॉक्टरों ने उसे फिट बता कर डिस्चार्ज भी कर दिया था।
मोहम्मद शोएब के पेट से ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने पांच इंच का लंबा चाकू निकाला है। शोएब के परिवारवालों का आरोप है कि सहरसा के सदर अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक ने चाकू पेट में ही छोड़ दिया था। मोहम्मद शोएब पर जमीनी विवाद में चाकू से हमला किया गया था। इस हमले में शोएब के बड़े भाई की मौत हो गई थी और शोएब को भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था । इस अस्पताल में शोएब को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। 18 दिन बाद शोएब को फिट बता कर डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल से छुट्टी के बाद भी शोएब का दर्द ठीक नहीं हुआ। करीब डेढ़ महीने दर्द झेलने के बाद शोएब को एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया। जहां एक्सरे करवाने के बाद शरीर में चाकू दिखने के बाद डॉक्टर चौंक गए।
सहरसा सदर अस्पताल में मोहम्मद शोएब का इलाज डॉ0 एस0 के0 आजाद की देख रेख मेंकिया गया था। निजी क्लिनिक की एक्सरे रिपोर्ट में चाकू होने की बात सामने आने के बाद परिवारवालों ने सिविल सर्जन से इलाज में लापरवाही की शिकायत भी की। लेकिन उन्होंने मरीज को दरभंगा मेडिक कॉलेज रेफर कर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की। लेकिन परिवारवालों ने निजी अस्पताल में हीं इलाज कराना उचित समझा।
इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। परिजन की शिकायत पर पुलिस ने उस चाकू को जब्त कर लिया है जो निजी क्लीनिक के चिकित्सकों ने मोहम्मद शोएब के पेट से ऑपरेशन के बाद निकाला है। पुलिस में मामला पहुंचने के बाद अब सिविल सर्जन अब जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे हैं। पीड़ित परिवार अब सरकार से मुआवजे के साथ हीं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है।