‘नरक पुरी’ से लेकर ‘कीचड़ नगर’ तक… इस इलाके के लोगों ने बदल दिए कॉलोनियों के नाम

यह पूछे जाने पर कि वे पोस्टर क्यों फाड़ रहे हैं? एडीए अधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर इस तरह के पोस्टर फिर से लगाए गए तो निवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

0
189
'नरक पुरी' से लेकर 'कीचड़ नगर' तक…
'नरक पुरी' से लेकर 'कीचड़ नगर' तक…

UP News: आगरा के लोगों ने खराब सड़कों और जलभराव जैसे विभिन्न समस्याओं के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए एक नया तरीका निकाला है। उत्तर प्रदेश के कई जिले भारी बारिश के बाद जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे निराश स्थानीय लोगों ने अपनी कॉलोनियों का ही नाम बदल दिया। उन्होंने कॉलोनियों में नरक पुरी, कीचड़ नगर, घिनोना नगर, बदबू विहार, नाला सरोवर जैसे कई और साइनबोर्ड लगाए हैं। लोगो का कहना है कि उन्होंने शिकायत की थी लेकिन अभी तक जिला प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली है।

स्थानीय लोगों ने कहा, “हमें जिला प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली है। हमने सांसदों, विधायकों, संबंधित विभागों सहित हर जगह शिकायत की है, लेकिन सब व्यर्थ है। राजनेता यहां केवल वोट मांगने के लिए आते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।

अधिकारियों ने फाड़े पोस्टर

स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह के अनुसार, प्राधिकरण सचिव गरिमा सिंह और एक बड़ी पुलिस टुकड़ी के नेतृत्व में एडीए अधिकारियों की टीम सोमवार की सुबह क्षेत्र में पहुंची और कॉलोनियों के नए नामों को दर्शाने वाले सभी पोस्टरों को फाड़ना शुरू कर दिया।

“शुल्क देने के बाद होगा कॉलोनियों का विकास”

यह पूछे जाने पर कि वे पोस्टर क्यों फाड़ रहे हैं? एडीए अधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर इस तरह के पोस्टर फिर से लगाए गए तो निवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जब स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और यह जानने की मांग की कि उनके क्षेत्र का विकास क्यों नहीं हो रहा है, तो एडीए सचिव गरिमा सिंह ने स्वीकार किया कि यह क्षेत्र एडीए के दायरे में है, अगर निवासियों को विकास चाहिए, तो उन्हें इसके लिए विकास शुल्क देना होगा। बताते चले कि इस साल की शुरुआत में बेंगलुरु के लोगों ने भी इसी तरह का विरोध दर्ज कराया था।

यह भी पढ़ें:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here