बहू-बेटी पर गलत नजर… करता था अश्लील हरकत; गुस्से में कातिल ने किए शख्स के टुकड़े, जानें पुलिस ने कैसे सुलझाई पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री

जांच एजेंसी ने रामलीला मैदान के आस-पास के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। मगर वक्त बीताता जा रहा था और पुलिस के हाथ एकदम खाली। कई महीने बीतने के बाद जांच टीम ने फिर से सभी सीसीटीवी फुटेज को तलाशने का विचार किया।

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Delhi Murder Case: बहू-बेटी पर गलत नजर... करता था अश्लील हरकत; गुस्से में कातिल ने किए शख्स के टुकड़े, जानें पुलिस ने कैसे सुलझाई पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री
Delhi Murder Case: बहू-बेटी पर गलत नजर... करता था अश्लील हरकत; गुस्से में कातिल ने किए शख्स के टुकड़े, जानें पुलिस ने कैसे सुलझाई पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री

Delhi Murder Case: इन दिनों पूरे देश में दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर केस के चर्चे हो रहे हैं। अब ऐसा ही एक मामला पांडव नगर से आया है, जहां मां ने बेटे के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। इस सनसनीखेज मामले ने हड़कंप मचा दिया है। मामला पांडव नगर का है जहां पुलिस ने रामलीला मैदान से लगातार इंसानी शरीर के टुकड़ों को बरामद किया हैं। हालांकि, पुलिस को ये पता नहीं चल पा रहा था कि ये टुकड़े किसके और कहां से आए हैं। मामला जब क्राइम ब्रांच के हाथों में आया तब इसकी जांच आगे बढ़ी।

अब करीब 5 महीने की मेहनत के बाद जांच एजेंसी इस मामले का खुलासा कर पाई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस ने मृतक के बेटे और पत्नी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने बताया कि मृतक अंजन दास की पत्नी पूनम और सौतेले बेटे दीपक ने 30 मई को हत्या करके शव के 10 टुकड़े किए और उन्हें एक फ्रिज में रखा। ये घटना बिल्कुल उसी तरह की गई जैसे श्रद्धा मर्डर केस हुआ।

Delhi Murder Case: बहू-बेटी पर गलत नजर... करता था अश्लील हरकत; गुस्से में कातिल ने किए शख्स के टुकड़े, जानें पुलिस ने कैसे सुलझाई पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री
Delhi Murder Case

Delhi Murder Case: फ्रिज में रखे गए लाश के टुकड़े

5 जून, ये वो तारीख है जिसे कोई भूल नहीं सकता। इसी दिन दिल्ली में दो ऐसी घटनाएं हुई जिसने सभी को हैरान कर दिया। 5 जून 2022 को पांडव नगर के एक घर के फ्रिज में लाश के टुकड़े रखे गए थे जैसे श्रद्धा के टुकड़े उसके ही प्रेमी ने रखे थे। टुकड़ों को फ्रिज में रखा गया था और फिर अलग-अलग रातों में उन टुकड़ों को पॉलीथीन में डालकर पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फेंका गया। ये वही समय था जब श्रद्धा के लाश के टुकड़ों को पुलिस महरौली के जंगलों में ढूढ़ रही थी। खुद आफताब के लिव-इन पार्टनर ने ही उसकी हत्या कर उन टुकड़ों को रात के समय ठिकाने लगाया था।

ठीक इसी तरह से एक लाश के कई टुकड़े किए गए और उसे रामलीला मैदान की झाड़ियों में फेंका गया। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस जब उन बैग को खोलने पहुंची तो उसके भीतर पुलिस को एक इंसानी पैर मिलता है। वो भी सड़ी हुई हालत में। आस पास की तलाशी लेने पर थोड़ी ही दूर पर प्लास्टिक का एक दूसरा बैग मिलता है। उसमें भी एक पैर था।

इसके बाद पुलिस ने तलाशी तेज की और अगले तीन-चार दिनों तक इसी रामलीला मैदान की झाड़ियों से अलग-अलग कुछ और प्लास्टिक के बैग बरामद किए। इन सभी बैग से कुल मिलाकर दो पैर, दो जांघ, दो हाथ और एक सिर बरामद किया। हालांकि, शरीर के टुकड़े मिलने के बाद भी चेहरा पहचानना मुश्किल रहा। इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके में छानबीन की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।

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Delhi Murder Case: CCTV फुटेज से मिला सुराग

मर्डर इतनी बेरहमी से किया गया था कि लाश को पहचान पाना पुलिस के लिए काफी मुश्किल हो रहा था। पुलिस अब तक कातिल तो दूर की बात, बल्कि मरने वाले की ही पहचान नहीं कर पा रही थी। इसके बाद ये पूरा केस क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। मामले की जांच तेज हुई। मामले की जांच के लिए दिल्ली से सटे एनसीआर के थानों से भी मदद ली गई, लेकिन एजेंसी के हाथ खाली ही रहे।

जांच एजेंसी ने रामलीला मैदान के आस-पास के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। मगर वक्त बीतता जा रहा था और पुलिस के हाथ एकदम खाली। कई महीने बीतने के बाद जांच टीम ने फिर से सभी सीसीटीवी फुटेज को तलाशने का विचार किया। दोबारा सीसीटीवी जांच में आखिरकार पुलिस को कामयाबी हासिल हुई। जिसमें रामलीला मैदान के करीब एक सीसीटीवी फुटेज में 31 मई और 1 जून की रात को दो लोग बैग लिए रामलीला मैदान की तरफ जाते नजर आ आते हैं। दोनों वापसी में भी नजर आते हैं। फुटेज में ये साफ हो जाता है कि उसमें एक महिला है और एक पुरुष। हालांकि अंधेरा काफी होने की वजह से उन दोनों का चेहरा साफ नहीं दिखाई दे रहा है।

Delhi Murder Case: मां और बेटे पर जांच टीम को हुआ शक

सीसीटीवी फुटेज में महिला और पुरुष को देखकर जांच टीम को उन पर शक हुआ। भले ही चेहरा साफ न था लेकिन जांच टीम ने फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। इस दौरान पुलिस ने आस पास के इलाकों के घर-घर जाकर लोगों से पता किया कि कोई गायब तो नहीं है। ऐसा करते हुए पुलिस को करीब 6 महीने बीत गए।

Delhi Murder Case: 6 महीने बाद हुई लाश की पहचान

घर-घर जाकर पुलिस के जांच करने के बाद आखिरकार 6 महीने बाद पुलिस को कामयाबी हाथ लगी। पता चला की त्रिलोकपुरी का रहने वाला अंजन दास नाम का शख्स पिछले करीब 5-6 महीने से लापता है। पुलिस ने थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट खोजी, लेकिन अंजन दास के नाम से कोई रिपोर्ट किसी थाने में दर्ज थी ही नहीं। ये बात पुलिस को काफी अजीब लगी और पुलिस अंजन दास के घर पहुंची। घर में एक महिला और नौजवान पुरुष था। ये दोनों शख्स पुलिस को सीसीटीवी में दिखे दोनों लोगों की तरह लगे। पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू की।

Delhi Murder Case: जांच टीम को चकमा देते रहे महिला और नौजवान

अंजन सिंह की पत्नी का नाम पूनम देवी था और नौजवान का नाम दीपक। दीपक पूनम का बेटा था। दोनों शुरुआत में पुलिस को भटकाते रहे। अलग-अलग बयान देते रहे लेकिन थोड़ी ही देर में ये साबित हो गया कि अंजन सिंह 6 महीने पहले तक इसी घर में पूनम और दीपक के साथ रहा करता था। अब तक लाश के टुकड़ों की फोरेंसिक जांच भी पूरी हो गई थी। साथ ही पुलिस ने घर की तलाशी में वो कपड़े बरामद किए जो दीपक और पूनम ने 31 मई और 1 जून को लाश को ठिकाने लगाते हुए पहने थे। इन्ही में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिली थी।

पूछताछ में पूनम ने बताया कि वह झारखंड की रहने वाली है। महज 13 साल की उम्र में सुखदेव तिवारी के साथ उसकी शादी हुई थी। इन दोनों की शादी से उन्हें एक बेटी भी। ये सुखदेव पूनम का पहला पति था। जो नौकरी की तलाश में झारखंड से दिल्ली आया था, लेकिन कभी वह पूनम के पास वापस नहीं लौटा था।

आखिरकार 1997 में पूनम अपनी बेटी को लेकर दिल्ली पति सुखदेव की तलाश में आई। हालांकि, सुखदेव उसे काफी ढूढ़ने के बाद भी नहीं मिला। इस दौरान उसकी मुलाकात त्रिलोकपुरी के रहने वाले कल्लू नाम के शख्स से हुई। अब पूनम और कल्लू एक साथ रहने लगे दोनों को तीन बच्चे भी हुए। जिसमें एक बेटा दीपक और दो बेटी। हालांकि, एक बेटी की 4 साल की उम्र में छत से गिरकर मौत हो गई।

कल्लू एक शराबी था और कोई काम नहीं करता था। दोनों के बीच अक्सर लड़ाई होती थी। इस दौरान 2011 में पूनम की मुलाकात अंजन दास से हुई। अंजन दास पेशे से एक मैकेनिक था। कुछ ही समय में पूनम और अंजन सिंह के बीच नजकियां बढ़ गई और दोनों को प्यार हो गया। इसी बीच 2016 में कल्लू की मौत हो गई। कल्लू की मौत के बाद सालभर के बाद 2017 में पूनम अपने बच्चों के साथ अंजन दास के साथ रहने लगी।

Delhi Murder Case: दिल्ली से लेकर बिहार तक जुड़े तार

अंजन दास के साथ रहते हुए पहली बार पूनम को पता चला कि वो पहले से ही शादीशुदा है। उसकी पहली पत्नी से 8 बच्चे हैं। उसकी पत्नी और बच्चे बिहार में रहते हैं। अंजन को भी शराब पीने की लत थी। पूनम के साथ रहते हुए कामकाज छोड़ दिया था और केवल दिन रात शराब पीता था। वह पूरी तरह से पूनम पर निर्भर था। उधर बिहार में रह रहे उसके परिवार के लिए खर्चा भेजने की जिम्मेदारी अंजन पर थी। मगर काम न करने की वजह से वह पूनम के रखे रुपयों की चोरी करने लगा। अंजन ने कई बार पूनम के पैसे और गहने चुराकर बिहार भेजे।

Delhi Murder Case: बेटी और बहू पर रखता था गलत नजर

गौरतलब है कि अंजन सिंह नशे का आदी था। साथ ही वह गलत हरकतें भी करता था। जब पूनम ने अपने बेटे दीपक की शादी कराई तो बहू घर आई। वहीं, बेटी की भी शादी हुई लेकिन उसका तलाक हुआ और वह अपनी मां के साथ रहने लगी। इसी दौरान पूनम को पता चला कि अंजन दास अपनी ही सौतेली बेटी और दीपक की पत्नी पर बुरी नजर रखता है। अंजन दास ने अपनी बेटी और बहू के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी की थी।

Delhi Murder Case: 30 मई 2022 को अंजन का हुआ था मर्डर

बेटे दीपक और पूनम को जब अंजन सिंह की गलत हरकतों के बारे में पता चला तभी दोनों ने मौत की घिनोनी साजिश रच डाली। 30 मई 2022 की रात त्रिलोकपुरी के घर में दीपक और पूनम ने अंजन सिंह को खूब शराब पिलाई। उन्होंने शराब में बेहोशी की दवा मिला दी थी। दीपक ने पहले से ही एक डैगर (चाकू) खरीदकर घर में छुपा रखा था। शराब और दवा का असर होते ही दीपक ने डैगर निकालकर अंजन के गले पर वार कर दिया। इसके बाद पूरी रात लाश घर में पड़ी रही।

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Delhi Murder Case: फ्रिज में रखे लाश के टुकड़े

खून करने के बाद दोनों मां-बेटे ने मिलकर घर में पड़े खून को साफ किया। दोनों ने लाश के टुकड़े करने चालू किए । एक-एक कर टुकड़ों को प्लास्टिक बैग में भरकर फ्रिज में रखना शुरू किया। कत्ल के ठीक एक दिन बाद यानी 31 मई की रात को लाश के पहले टुकड़े को बाहर निकाला गया। मां-बेटे घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर रामलीला मैदान में जा पहुंचे। अगले तीन चार दिनों तक दोनों का वहां आना जाना लगा रहा और लाश के टुकड़ों को वहां की झाड़ियों में नाले में दोनों ने फेंका। दोनों ने फ्रिज को साफ किया और घर को भी पेंट करवा दिया।

Delhi Murder Case: 6 महीने बाद पुलिस के हाथ लगे मां-बेटे

इस घटना को अब पूरे 6 महीने बीत चुके थे। मां बेटे अब भी कानून की गिरफ्त से बहुत दूर थे। तभी 11 नवंबर को आफताब और श्रद्धा की कहानी सबके सामने आई। सुर्खियों में चारों तरफ श्रद्धा और आफताब की कहानी चल रही थी। उस वक्त पहली बार पूनम और उसके बेटे को लगा कि ये कहानी तो बिल्कुल उनकी तरह है। पुलिस अंजन दास के लाश के टुकड़ों की जांच करते-करते दोनों कातिल मां बेटे तक पहुंच गई। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और इस तरह लाश के टुकड़ों की ये पहेली सुलझ गई।

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