Babri Masjid को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्षी दलों पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि “जब बाबरी मस्जिद के क्रिमिनल ट्रायल (criminal trial) का फ़ैसला आया। जिन मुल्ज़िमों की मौजूदगी में बाबरी मस्जिद को शहीद किया गया। तो कोर्ट ने फ़ैसला दिया कि कोई भी मस्जिद नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद में मैंने पूछा कि बताओ, सीबीआई ने अपील क्यों नहीं की? किसने तोड़ा बाबरी मस्जिद को? क्या कोई समाजवादी पार्टी का बोल सका? क्या कोई बीएसपी (BSP) का बोल सका? क्या कोई कांग्रेस (Congress) का बोल सका? मैं पूछना चाहता हूं, इन लोगों से कि तुम लोगों ने बात क्यों नहीं उठाई?
AIMIM नेता ने कहा कि मैं समझ गया कि मस्जिद मेरी शहीद हुई थी। इनकी नहीं। मगर मस्जिद तो शहीद करने वालों ने शहीद किया, मगर उन्होंने हिंदुस्तान की बुनियादों को कमजोर कर दिया।
ओवैसी ने मोहन भागवत पर भी बोला था हमला
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने विजयदशमी के मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए गए उनके भाषण के लिए जमकर हमला बोला था। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, ‘हमेशा की तरह, आरएसएस के मोहन का आज का भाषण झूठ और अर्धसत्य से भरा था। उन्होंने जनसंख्या नीति का आह्वान किया और इस झूठ को दोहराया कि मुस्लिम और ईसाई आबादी में वृद्धि हुई है। मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि दर में सबसे तेज गिरावट आई है। कोई ‘जनसांख्यिकीय असंतुलन’ नहीं है’। मोहन ने यह भी कहा कि कश्मीर में लोग “अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का लाभ उठा रहे हैं”। इस वर्ष में 29 नागरिकों की हत्याओं के साथ? इंटरनेट शटडाउन और सामूहिक हिरासत के साथ? भारत की उच्चतम बेरोजगारी दर 21.6 % जम्मू-कश्मीर में है।’