नहीं रहे लच्छू महाराज…

0
749
lachchhu mahraj

विश्वविख्यात तबला वादक पं. लच्छू महाराज अब नहीं रहे। बुधवार रात दिल का दौरा पड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी। पं. लच्छू महराज लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। संगीत की दुनिया में बनारस घराने से ताल्लुक रखने वाले पं. लच्छू महराज ने अपने टेबल की धमक पूरी दुनिया में फैलाई। तबला वादन के क्षेत्र में सर्वोपरि माने जाने वाले पं. लच्छू महराज को अभिनेता गोविंदा अपना मामा भी मानते थे। उनके निधन की खबर सुनकर बनारस सहित पूरे देश के संगीत प्रेमी शोकाकुल हैं। देश भर की कई हस्तियों ने उनकी मौत पर शोक व्यक्त किया।

प. लच्छू महाराज ने कई फिल्मों में ताल दिया था। उनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि जब भी वह तबला वादन करते थे तो उनकी अंगुलियां तबले पर अपने आप ही चलने लगती थी। उनकी इस कला के लिए 1972 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का प्रस्ताव किया गया। लेकिन उन्होंने खुद सम्मान लेने से मना कर दिया।

केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में लोग उनकी कला के दीवाने थे, दुनिया भर में उनके शिष्य अपना नाम रोशन कर रहे हैं। संगीत प्रेमियों का मानना है कि उनके बाद अब फिर से तबले पर वैसा जादू नहीं दिखेगा। प. लच्छू महाराज को बचपन में लक्ष्मीनारायण के नाम से जाना था। तबले के प्रति ललक देख कर उनके पिता ने ही उन्हें तबला वादन की शिक्षा दी।

शुक्रवार को बनारस में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, जिसमें गोविंदा समेत कई हस्तियों के शामिल होने की संभावना है, बेटी चंद्रा नारायण भी स्विज़लैंड से रवाना हो चुकी हैं। पंडित जी की मृत्यु से गोविंदा बहुत दुखी हैं और उन्होंने शुक्रवार के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर के बनारस पहुँचने की बात कही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here