Janmastami 2022: आगामी 18 अगस्त को जन्माष्टमी है। हर भक्त अपने प्रिय ठाकुर जी को रिझाने और उनकी कृपा प्राप्ति के लिए व्रत एवं पूजन करेगा। जन्माष्टमी के मौके पर खुशियों को दोगुना करने के साथ श्रीकृष्ण की कृपा पाने के लिए आप भी जन्माष्टमी के पंरपरागत व्यंजन बनाकर उनका भोग भगवान को लगा सकते हैं।
यूं तो भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग चढ़ाए जाते हैं। लेकिन समय की कमी और दौड़भाग वाले समय में आप भी इसमें से कुछ प्रसाद के व्यंजन बना सकते हैं। प्रसाद भगवान जी को अर्पित करने के बाद खुद, परिवार के सदस्य और आसपड़ोस में भी बांट सकते हैं।
Janmastami 2022: जानिए जन्माष्टमी के मौके पर कुछ प्रमुख व्यंजन
खीर: दूध, सूखे मेवे, चावल, साबूदाना या मखाने से बने इस स्वादिष्ट को खीर कहते हैं। इसमें केसर और इलायची डाल देने से इसका स्वाद और रंग भी अधिक बढ़ जाता है। यह मीठा व्यंजन भगवान श्रीकृष्ण को 56 के एक भाग के रूप में जन्माष्टमी की आधी रात चढ़ाया जाता है।
पंजीरी: पंजीरी के बिना कान्हा का प्रसाद अधूरा माना जाता है।ये इस पर्व का सबसे महत्वपूर्ण प्रसाद माना जाता है। धनिया पाउडर, चीनी पाउडर, देसी घी, काजू, बादाम, पिस्ता, मिश्री और किशमिश से बना यह स्वस्थ प्रसाद पेट के लिए अच्छा माना जाता है और देश के उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब क्षेत्र में लोकप्रिय है।
माखन मिश्री: यह प्रसाद भगवान कृष्ण का पसंदीदा माना जाता है। कन्हैया पूरे गोकुल में माखन चोरी कर अपने सखा और ग्वाल-बालों के संग खाता थे। ऐसे में इस दिन इसका भोग तैयार कर ठाकुर जी को जरूर लगाएं। ताजा घर का बना मक्खन / माखन, मिश्री या चीनी से बना यह साधारण व्यंजन घर पर बड़ी ही आसानी से बनाया जा सकता है।
दूध और शहद मिश्रित पेय: दूध और शहद से बना सात्विक और पवित्र पेय के बिना जन्माष्टमी पूजा अधूरी है। पवित्रता के प्रतीक के रूप में माना जाता है, इसे भगवान कृष्ण को चढ़ाया जाता है और फिर भक्तों में वितरित किया जाता है।
गोपालकला: गरीबों के भोजन के रूप में लोकप्रिय यह साधारण व्यंजन उबले चावल, खीरा, नारियल, दही, घी, चीनी और भुने हुए जीरे से बनाया जाता है। सभी सामग्रियों को मिलाने के बाद, उन्हें लड्डू के रूप में आकार दिया जाता है और मध्यरात्रि अनुष्ठान के दौरान भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है।
मखाना पाग: जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर बनाया जाने वाला एक विशेष व्यंजन पर्व का मजा दोगुना कर देती है। इसे बनाने के लिए कमल के बीज यानी मखाना, दूध, घी और पिसी चीनी का उपयोग किया जाता है। कुरकुरे स्वाद वाली यह मीठी डिश बच्चों को बहुत पसंद आती है।
रवा लड्डू: यह स्वस्थ और पौष्टिक लड्डू भुने हुए रवा यानी सूजी, कसा हुआ नारियल, सूखे मेवे और मेवा, चीनी और ढेर सारे घी से बनाया जाता है। माना जाता है कि घी और मक्खन भगवान कृष्ण को बेहद प्रिय हैं । उन्हें खुश करने का सबसे अच्छा तरीका जरूरतमंदों को भोजन देना है।
साबूदाना खिचड़ी: भीगे हुए साबूदाना, हरी मिर्च, मूंगफली, सेंधा नमक, टमाटर और घी के साथ यह हल्का व्यंजन बनाया जाता है। एक स्वस्थ स्नैक्स डिश के रूप में माना जाता है, साबूदाना खिचड़ी कार्बोहाइड्रेट से भरी होती है जो आपको उपवास पूरा करने के बाद तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है।
गुलाबजामुन: ये सभी की बेहद पसंदीदा मिठाई है। दूध के ठोस रूप यानी खोया, सूजी, थोड़ा मैदा और पनीर, इलायची, काजू, गुलाब जल, चीनी की चाशनी और केसर से तैयार किया जाता है। गुलाबजामुन को रबड़ी के साथ भगवान श्रीकृष्ण को परोसा जाता है।
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