देश में नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है। कभी कमलनाथ एक महिला को “आइटम” कह देते हैं तो कभी बीजेपी का कोई नेता चिकन मटन की दुकान बंद कराने लगता है। पर इस बार का मामला अलग है। मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने बेहद विवादित बयान दिया है।

उषा ठाकुर ने कहा है कि, “मदरसों से आतंकवादी पैदा होते हैं। सरकार को मदरसों पर पैसा लगाना बंद कर देना चाहिए। ये वही लोग हैं जो जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाते हैं।”

उन्होंने ये भी कहा, “मदरसों ने जम्मू-कश्मीर को एक आतंकवादी कारखाने में बदल दिया था। मदरसे जो राष्ट्रवाद का पालन नहीं कर सकते हैं, उन्हें मौजूदा शिक्षा प्रणाली में विलय कर दिया जाना चाहिए।”

मंत्री ऊषा ठाकुर ने सरकार से अपील की कि सरकारी खर्च पर चलने वाले मदरसों को बंद कर दिया जाए। ऊषा ठाकुर ने कहा कि कि इन मदरसों में कट्टरवादी और आतंकवादी पैदा होते हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर के आतंकवाद का हवाला भी दिया। साथ ही कहा कि वक्फ बोर्ड अपने आप में ही एक मजबूत संस्था है इसलिए इसकी शासकीय मदद बंद की जानी चाहि। 

मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थी एक समान होते हैं। धर्म आधारित शिक्षा से कट्टरता पनप रही है और विद्वेष का भाव फैल रहा है। वक्फ बोर्ड एक सक्षम संस्था ह। मदरसों की शासकीय मदद भी बंद होना चाहिए। यदि कोई निजी तौर पर धार्मिक संस्कार देना चाहता है तो हमारा संविधान उसके लिए छूट देता है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कैबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार 15 महीने की झूठ की सरकार रही, मंदिरों पर 10 प्रतिशत टैक्स लगाया गया और सरकारी खजाने से मौलवियों और इमाम को 5 हजार रुपया दिया गया, उसका जवाब जनता 3 नवंबर को देगी।

बता दें कि, बीजेपी की अगुवाई वाली असम सरकार ने फैसला किया है कि नवंबर माह से सभी मदरसों को बंद कर दिया जाएगा। साथ ही राज्य में चल रहे 100 से अधिक संस्कृत स्कूलों को भी बंद करने की घोषणा की है।

उषा ठाकुर मध्यप्रदेश सरकार में पर्यटन, संस्कृति और Adhyatm मंत्री हैं। इसके पहले कमलनाथ ने बीजेपी की उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम कह दिया था। जिसे लेकर शिवराज सरकार 2 घंटे तक मौन धरने पर बैठी थी। साथ ही राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here